पीयूष जैन की तरह धनकुबेर जगत बाबू और प्रदीप भी जीते थे सादी जिंदगी, जीएसटी में दिखाते थे 10 से 15 हजार; बेड से निकला खजाना
कानपुर। तीन महीने बाद एक बार फिर कानपुर सुर्खियों में है। हमीरपुर के तंबाकू कारोबारियों की काली कमाई के सीधे संबंध कानपुर से मिले हैं। बिरहाना रोड और नयागंज में छापों के बाद करोड़ों के कैश कारोबार का भंडाफोड़ सेंट्रल जीएसटी कानपुर की टीम ने किया है।
इसी के साथ कई और हैरतअंगेज खुलासे हुए। पीयूष जैन की तरह ही जगतबाबू और प्रदीप गुप्ता का रहन-सहन भी बेहद साधारण है। पीयूष की तरह ही गुप्ता बंधुओं ने भी अपनी काली कमाई का ठिकाना अपना बेडरूम बना रखा था। वे 20 करोड़ रुपये से ज्यादा कारोबार के बावजूद जीएसटी में रिटर्न महज 10 से 15 हजार रुपये दिखाते थे।
करोड़ों की गड्डियों को बिस्तर में बिछाकर सोने वाले गुप्ता बंधुओं का रहन सहन बेहद साधारण है।
सीजीएसटी सूत्रों के मुताबिक निम्न मध्यवर्ग परिवार की तरह रहने वाले कारोबारियों के पास से करोड़ों कैश मिलते ही सभी हैरत में पड़ गए। घर में कुल चार कमरे हैं। दोनों भाइयों के दो कमरे हैं। इसके अलावा दो छोटे कमरे अलग से हैं। कोई देखकर अंदाजा नहीं लगा सकता कि दोनों भाई करोड़ों में खेलते हैं।