हत्या को बताया एक्सिडेंट अखिल भारतीय बलाई महासंघ ने इंदौर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव कर निष्पक्ष जांच की मांग की
ब्रह्मास्त्र इंदौर। गत 20 मई को मांग मातंग समाज के वरिष्ठ समाजसेवी श्याम कुमार इंचुरकर का अपहरण कर हत्या कर दी गई। उसके बाद आरोपियों द्वारा निपानिया ब्रिज पर लाश को फेंक दिया गया। प्रथमदृष्टया शिप्रा और लसूड़िया पुलिस घटना स्थल को लेकर आपस में उलझती रही और घटना को एक दूसरे पर ढोलती रही। उसके पश्चात् हत्या को एक्सिडेंट बता दिया ।
घटना से क्षुब्ध परिजनो ने अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार ने सभी समाजजनों को लेकर इंदौर डीआईजी कार्यालय का रुख किया। सोशल मीडिया पर चले मेसेज के कारण बड़ी संख्या में समाजजन एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए डीआईजी कार्यालय पहुंचे। डीआईजी मनीष जी कपूरिया को ज्ञापन देते हुए मांग की । श्याम कुमार इंचुरकर की मौत एक्सिडेंट नही हत्या हैं।
हत्या का कारण महू स्थित पैतृक बेशकीमती पुश्तैनी जमीन है। जिसका विवाद पिछले डेढ़ साल से आरोपियों से चल रहा है । आरोपियों ने कई बार श्याम कुमार को जान से मारने की कोशिश की, जिसके आवेदन पत्र और एफआईआर महू थाने में दर्ज हैं ।
परिजनों ने आरोपियों के नाम स्पष्ट रूप से लेते हुए कहा कि मनोज उर्फ चीकू, दीपक, नवीन, रविन्द्र उर्फ रवि, सुरेश बाबा, माधवराव, सतीश, सोनू, मनीष इंचूरकर ने हत्या की है ।
आरोपियों ने श्याम कुमार का अपहरण कर हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह करने के लिए लाश को निपानिया ब्रिज पर फेंक दी।
दलित नेता मनोज परमार ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों पर धारा 302 के तहत् मुकदमा दर्ज कर जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। नहीं तो उग्र आंदोलन होगा ।
डीआईजी मनीष कपूरिया ने समाजजनों को आश्वस्त किया कि आरोपी किसी भी हाल में बख्शे नही जाएंगे। जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे डाला जाएगा।
इस मौके पर नरेश खंडारे, अनिल साठे, बंटी शिरोड़कर, केशवराव कामले, संतोषराव इंचरकार, अविनाश सिरसाठ, मुकेश त्रिभान, संजय राव खाजेकर,पप्पू राव कामले, रोहित सोलसे, अमित इंचुरकर, सहित मांग मातंग समाज के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।