पुलिस अधीक्षक ने देर रात को जिले के थानों का किया औचक निरीक्षण

लापरवाही बरतने पर दो कर्मचारियों को निलंबित, एफआरवी के दो चालकों को हटाया
देवास। पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक ने देर रात को कंजर डेरों पर दबिश देकर करोड़ो रूपए की सामाग्री कंजर डेरों से जब्त की थी जिसमें कुछ आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था। इसके बाद जिले में पुलिस कर्मी किस प्रकार अपनी ड्युटी कर रहे हैं। उसके बारे में जानकारी लेने के लिए खुद पुलिस अधीक्षक रविवार व सोमवार की दरमियानी देर रात को आकस्मिक निरीक्षण पर निकले जहां उन्होनें जिले के बरोठा, हाटपिपलिया, नेवरी चौकी सहित अन्य थानों का औचक निरीक्षण किया।
चुनावी दौर में पुलिस की मुस्तैदी का जायजा लेने के लिए पुलिस कप्तान डॉ. शिवदयाल सिंह रविवार देर रात करीब 2 बजे थानों के निरीक्षण पर निकले। शहर से करीब 20 किमी दूर बरोठा थाना सहित इसके आगे हाटपीपल्या थाना व इसी थाने की नेवरी चौकी का भी निरीक्षण किया। रात्रि गश्त में लगे अधिकारियों, जवानों की स्थिति जानी और फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल (एफआरवी) के खड़े होने के पूर्व से निर्धारित किए गए पॉइंट का जायजा लिया। इसके साथ ही हवालात व मालखाने भी चेक किए। कई अन्य दस्तावेजों को भी पुलिस अधीक्षक ने खंगाला। निरीक्षण के दौरान कई लापरवाहियां सामने आई। डीएसपी क्राइम किरण शर्मा ने बताया निरीक्षण के दौरान सयाजी द्वार पर एफआरवी ड्यूटी पर तैनात एएसआई रवींद्र गोदारा व राजोदा एफआरवी पॉइंट पर तैनात आरक्षक राजेश दांगी को ड्यूटी में लापरवाही मिलने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा निलंबित कर दिया। इसके साथ ही दो एफआरवी वाहनों के चालक भी हटवा दिए गए। इसके अलावा हाटपीपल्या थाना में 6 आरक्षकों पर पूरी जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी करने पर एसपी ने उन्हें पुरस्कृत किया गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो निलंबित होने वाले खुद के बचाव में वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करने भी पहुंचे और अपना पक्ष रखा। गौरतलब है कि पूर्व में भी पुलिस अधीक्षक कई बार रात में थानों व अपने कार्यालय से लगे कंट्रोल रूम का जायजा ले चुके हैं। पूर्व में भी लापरवाही सामने आने पर कई निलंबित किए गए थे। एफआरवी के कई चालकों की रिपोर्ट पूर्व में भी गड़बड़ पाई है। पिछले साल कुसमानिया में रेत से भरे वाहनों से अवैध वसूली के मामले में भी एफआरवी के चालक को हटाया गया था।