दस वर्ष के आदिश ने की पालीताना तीर्थ की 108 यात्रा
बडनगर।जैन समाज का शाश्वत तीर्थ जैन धमार्लुजन का स्वर्ग गुजरात राज्य के पालीताणा का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। इस तीर्थ की यात्रा से अनेक भवो के कर्मों का नाश होता है, जिस भूमि से अनंत आत्माओं को मोक्ष प्राप्त हुआ हो जहां के कण-कण में प्रभु आदिनाथ बसते हो। ऐसे शाश्वत तीर्थ की शत्रुंजय गिरिराज की यात्रा का अपना महत्व है। विगत वर्षों से जैन समाज के बच्चों और बालिकाओं में इस नवाणु यात्रा का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है। इससे अधिक से अधिक युवा प्रेरित होकर नवाणु यात्रा कर रहे हैं। जो की अनुमोदनीय ओर अनुकरणीय है । इसी क्रम में नगर के त्रिस्तुतिक जैन श्री संघ के कमल रेनू चौधरी के पौत्र और अनूप नेहा चौधरी के पुत्र आदिश चौधरी ने महज अपने 10 वर्ष की आयु में ऐसी कठिन यात्रा पूर्ण की है। श्री संघ के पूर्व ट्रस्टी राजकुमार नाहर ने बताया कि गुजरात राज्य के पालीताणा तीर्थ क्षेत्र में जहां का टेंपरेचर 42 डिग्री से 47 डिग्री तक रहता है इतनी भीषण गर्मी के समय भी आदिश चौधरी ने 108 यात्रा पूर्ण की है प्रतिदिन इस यात्रा करने वालों को गर्म जल पीना होता है । साथ ही प्रतिदिन एकाशना करना होता जिसमें एक टाइम भोजन एक स्थान पर बैठ कर करना होता है साथ ही इस यात्रा में तीर्थ क्षेत्र की 3500 सीढ़िया चढ़ना होती है तथा वापस से 3500 सीढ़िया उतरना होती है प्रतिदिन अन्य धार्मिक क्रियाएं भी देव दर्शन पूजन आदि पूर्ण किए जाते हैं क्यों कहे कि जिंदगी को सही मायने में जीने की कला से परिपूर्ण दक्ष होने के एक पूर्ण यात्रा है ।