भाजपा महापौर प्रत्याशी पर दिल्ली में लगेगी मुहर : सीएम शिवराज मिलेंगे आलाकमान से, शाह की चौखट पर होगा फैसला

इंदौर, भोपाल, ग्वालियर में ज्यादा घमासान

भोपाल। मुख्यमंत्री निवास पर रविवार दोपहर में सीएम शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के बीच महापौर उम्मीदवारों को को लेकर लंबा विचार-विमर्श हुआ। यह बैठक करीब 3 घंटे चली। जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली जाएंगे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। दिल्ली से ही महापौर प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगने की संभावना है।
इससे पहले रविवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उनके बीच उम्मीदवारों के चयन को लेकर लम्बी बातचीत हुई। इसके बाद भाजपा कार्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ बैठक में शामिल हुए। डेढ़ घंटे चली बैठक में महापौर उम्मीदवारों के नाम को लेकर मंथन हुआ। बताया जा रहा है कि सिंधिया अपने एक समर्थक को टिकट दिलाने पर अड़े हुए हैं।
प्रत्याशी चयन के लिए बैठी भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति और कोर ग्रुप ने पांच सीटों पर सिंगल नाम तय कर दिए हैं। इनमें उज्जैन से मुकेश टटवाल, रतलाम से अशोक पोरवाल, सतना से योगेश ताम्रकार, छिंदवाड़ा से जितेंद्र शाह और बुरहानपुर नगर निगम में महापौर प्रत्याशी माधुरी पटेल के नाम शामिल हैं। हालांकि, अभी इनके नामों की घोषणा नहीं की गई है।
भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में बड़ा पेंच है। ग्वालियर के नाम पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच सहमति बनाने के प्रयास हैं। ग्वालियर में डॉ. वीरा लोहिया, सुमन शर्मा, माया सिंह और समीक्षा गुप्ता के नाम आए। यदि भोपाल से कृष्णा गौर के लिए पार्टी नियम से समझौता करती है तो इंदौर में विधायक रमेश मेंदोला भी अपना दावा मजबूती से रख सकते हैं। इंदौर में मेंदोला के अलावा गौरव रणदिवे, पुष्यमित्र भार्गव और डॉ. निशांत खरे के नाम है।

भोपाल में चक्कर काट रहे नेता

भाजपा ने तय किया है कि मेयर का टिकट विधायकों को नहीं दिया जाएगा, लेकिन भाजपा विधायक रमेश मेंदोला की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। उन्होंने भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। भाजपा नगर अध्यक्ष बनने से वंचित रहे उमेश शर्मा भी रविवार को भोपाल में थे और टिकट की संभावना टटोली। पांच बार के पार्षद रहे ललित पोरवाल भी सुबह भोपाल में नेताओं के बंगलों के चक्कर काटते नजर आए। भाजपा नेता गोविंद मालू ने भी नेताओं से मुलाकात की। रविवार को भोपाल में हुई बैठक में इंदौर के टिकट के लिए मंथन हुआ, लेकिन एक नाम पर सहमति नहीं बनी। अब 15 जून के बाद ही उम्मीदवार की घोषणा हो सकती है।