समृद्घ संस्कृति को जानने के लिए साहित्य पढ़ने की आदत डालनी होगी
शुजालपुर। सिन्धी साहित्य अकादमी म.प्र. संस्कृति परिषद भोपाल के तत्वावधान में सिन्धी पंचायत एवं भारतीय सिन्धू सभा शुजालपुर के सहयोग से आयोजित 12 दिवसीय सिन्धी भाषा शिविर का समापन अकादमी के निर्देशक राजेश कुमार वाधवानी के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
शिविर में शामिल युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने आव्हान किया कि सर्वाधिक प्राचीन जिस सिन्धु संस्कृति के हम वाहक हैं, उस सम्रद्ध संस्कृति को जानने के लिए सिन्धी साहित्य को पढ?े की आदत डालनी होगी और सिन्धी साहित्य को पढ़ने के लिए सिन्धी भाषा का ज्ञान होना जरुरी है, इसलिए अकादमी द्वारा युवा पीढी को जागरूक करने हेतु इस प्रकार के शिविरों का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि 12 दिवसीय शिविर में जो कुछ सीखा उसका नियमित अभ्यास भी आवश्यक है।
शिविरार्थियों ने समापन अवसर पर सिन्धी संस्कृति से जुडी प्रस्तुतियां देकर उपस्थित सभी को भाव विभोर कर दिया। भोपाल से शिक्षक के रूप में पधारे साबूमल रीझवानी ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर सभी शिविरार्थियों को अकादमी की ओर से प्रमाण पत्र दिए गए। कार्यक्रम में अध्यक्ष गुलाबराय मोहनानी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खुशीराम आचार्य, मंगूमल सबनानी आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। संचालन रागिनी मनवानी तथा आभार कन्हैयालाल पेशवानी ने व्यक्त किया।