ब्रह्मास्त्र विशेष : बिक गई खाकी..? सीएम हेल्पलाइन भी बेअसर
उज्जैन में महाकाल थाने के सामने ताला तोड़ कर दुकान पर कब्जे का मामला –
उज्जैन में शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन पर चर्चा में लगाए गंभीर आरोप
किया सवाल- सबूत होने के बावजूद केस में एसपी ने कैसे काट दी खारजी..?
3 साल से सीएम हेल्पलाइन भी नहीं कर सकी कोई हेल्प
उज्जैन। भोपाल में स्थापित की गई सीएम हेल्पलाइन भी अब कारगर नहीं रही है। उज्जैन में एक पीड़ित का कहना है कि पिछले 3 साल से लगातार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की जा रही है, परंतु हर बार जांच की जा रही है, अपडेट कर दी गई है जैसे शब्दों के साथ उसे सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। इतना ही नहीं बल्कि सीएम हेल्पलाइन से जांच तक बंद कर दी जाती है, जबकि नियमानुसार शिकायतकर्ता की बगैर सहमति के सीएम हेल्पलाइन में जांच बंद नहीं हो सकती। फरियादी ने सीएम हेल्पलाइन में इस बारे जो कुछ कहा वह सब यह दर्शा रहा है कि नीचे से लेकर ऊपर तक सेटिंग का खेल चल रहा है। फरियादियों की फरियाद का निराकरण हुए बगैर उसे खत्म कर दिया जाता है। सेटिंग से प्रकरण निपट रहे हैं। इस तरह के गंभीर आरोप शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन से चर्चा के दौरान लगाए हैं।
शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन में जो कुछ बताया उसके अनुसार वह पिछले 3 साल से लगातार शिकायतें करता आ रहा है। 3 साल पहले उसकी दुकान में चोरी कर ली गई और फर्जी दस्तावेज के जरिए दुकान पर कब्जा कर लिया गया। फरियादी के अनुसार उनके पास सीसीटीवी फुटेज सहित सभी प्रमाण मौजूद हैं। नीचे से लेकर ऊपर तक तमाम अधिकारियों की चौखट पर वह न्याय मांग चुका है ,परंतु कहीं भी उसे न्याय नहीं मिल रहा।
शिकायतकर्ता के मददगार निर्मल बोड़ाना के अनुसार पिछले 3 साल से सीएम हेल्पलाइन में भी सिर्फ अपडेट ही चल रहा है। पुलिस वालों ने उसकी कई शिकायतें बंद करवा दी। उसकी वर्तमान शिकायत नंबर 1768 9214 है। यह शिकायत 22 मई 2022 को की गई। इसके पहले 12 जनवरी को भी शिकायत की थी परंतु कटवा दी गई। फरियादी का अहम सवाल यह है कि आखिर बगैर उसकी सहमति और बिना निराकरण के उसकी शिकायत कट कैसे जाती है। महाकाल थाने के टीआई मुनेंद्र गौतम कहते हैं कि आप शिकायत करो हम बंद करवा देंगे और शिकायत बंद करवा दी। जब चोर नहीं पकड़े गए हैं, दुकान का कब्जा भी नहीं मिला है, न ही न्यायालय में चालान पेश हुआ है तो फिर कैसा निराकरण? वे झूठ लिख रहे हैं तो उनसे पूछा जाना चाहिए और बड़े अधिकारियों से जांच करवाई जानी चाहिए।
थक चुका आवेदन दे देकर
शिकायतकर्ता के अनुसार दुकान पर चोरी हुई और कब्जा कर लिया गया। सभी दूर आवेदन दे दे कर थक चुका हूं। सीएम हेल्पलाइन पर चर्चा के दौरान एसपी पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने प्रकरण में खारजी कर दी, जबकि सीसीटीवी फुटेज हैं, सारे सबूत हैं। अधिकारी बिक गए हैं। नामजद रिपोर्ट है। चोर महाकाल थाने के सामने हमारी दुकान चला रहे हैं और पैसा बांट रहे हैं। हमेशा यही सुनता हूं कि जांच की जा रही है, फारवर्ड की जा रही है ,अपडेट की जा रही है। आप भोपाल से जांच करवाइए तभी न्याय मिल सकता है। जांच के लिए क्या सबूत चाहिए मैं देने को तैयार हूं। आईटीआई में भी जवाब नहीं मिल रहा है।
सीएम हेल्पलाइन पर भी सवाल
सीएम हेल्पलाइन पर भी सवाल उठाए कि जब जांच नहीं होगी और न्याय नहीं मिलेगा तो सीएम हेल्पलाइन का भी क्या मतलब है? झूठी वसीयत के आधार पर दुकान में कब्जा कर लिया गया। हमारी दुकान अपराधी चला रहे हैं और हम बेरोजगार घूम रहे हैं। सीएसपी और एसपी साहब से भी यह पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने खारजी किस आधार पर की। इस मामले की भोपाल से जांच होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने वाले थे, लेकिन थाने पर बैठा लिया गया
बताया जा रहा है कि दुकान संतोषबाई की है। शिकायतकर्ता संंतोषबाई के मददगार निर्मल बोड़ाना ने दैनिक ब्रह्मास्त्र को बताया कि महाकाल थाने के सामने चाय, पानी, सोडा आदि की दुकान थी। दिनांक 18 फरवरी 2020 को ताले काटकर दुकान पर कब्जा कर लिया गया। पुलिस ने तुरंत रिपोर्ट भी नहीं लिखी। देरी से रिपोर्ट लिखी गई। हम मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने वाले थे परंतु उस दौरान हमें महाकाल थाने पर बैठा लिया गया।