मऊ-पड़ाना रोड़ पर झिरी के सामने वाला नाला उफान पर, मवेशी भरकर जा रहा टेंपो बहने से बचा
सारंगपुर। प्री-मानसून में तरसाने वाले बादल आखिर बरसने लगे जिन्होंने लोगों को गर्मी से तो किसानों को वर्षा की खेंच से राहत दिलाई। मौसम विभाग की माने तो अब वर्षा का दौर चलता रहेगा। विगत तीन दिन से शुरू हुई वर्षा प्रतिदिन झमाझम हो रही है। अभी भी तेज और अधिक वर्षा की संभावना है।
पिछले दिनों से ही वर्षा का मौसम बना हुआ था और देर रात तेज वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया। जबकि मंगलवार सुबह भी तेज वर्षा हुई। वर्षा का दौर थमने के बाद एक बार फिर आसमान साफ हो गया और बादलों पर सूर्य नारायण ने डेरा डाल दिया था जिससे लगा था कि वर्षा फिर नदारद हो गई, लेकिन आसमान पर फिर बादल छाए और वर्षा शुरू हो गई। भू-अभिलेख शाखा प्रभारी प्रेम भिलाला ने बताया कि मंगलवार सुबह 8 बजे तक करीब 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
मंगलवार सुबह तेज बारिश के कारण मऊ-पड़ाना रोड़ पर झिरी मंदिर के सामने मौजूद नाला भयंकर उफान पर आ गया, जिसके कारण मवेशी से भरा एक मिनी टेंपों पानी में बहता बहता बचा। लोगों ने मशक्कत कर चालक और मवेशी को बाहर निकाला। फिर भी एक भैंस का केड़ा पानी के बहाव के साथ बह गया। जिससें चालक को आर्थिक नुकसान हुआ।
किसानों ने भी ली राहत की सांस
वर्षा न होने की वजह से मार्च से शुरू हुई गर्मी का प्रकोप शहरवासियों को अब तक झेलना पड़ रहा था और लोगों के पसीने छूट रहे थे। लेकिन वर्षा से मौसम खुशनुमा हो गया। इधर किसानों का भी वर्षा का इंतजार समाप्त हुआ। जिन किसानों ने बोवनी कर दी थी उनकी फसलों को नया जीवन मिल गया।