राखी बांधने से रोकने पर कैदियों की बहनों का हंगामा, चक्काजाम कर डाला

गुस्साई बहनों की फरियाद गृहमंत्री तक पहुंची तो सेंट्रल जेल में दी नई व्यवस्था, आज और कल कैदियों को हाथ में बांध सकेंगी राखी

इंदौर। सेंट्रल जेल, इंदौर में बंद कैदियों को राखी बांधने पहुंची बहनों ने हंगामा मचा दिया। कैदी भाइयों को राखी नहीं बांध पाने से नाराज बहनों ने जेल रोड का रास्ता बंद कर दिया, जिससे लोगों को परेशान होना पड़ा। अधिकारियों ने बहनों को मनाने की खूब कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानीं। इसके बाद पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट किया। हालांकि जेल अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस बार जेल में राखी नहीं बांधने की सूचना एक दिन पहले ही दे गई थी। आखिर में बहनों को जेल प्रशासन द्वारा बनाई गई नई व्यवस्था के तहत काउंटर पर ही राखी देना पड़ी।

गृहमंत्री ने जारी किया आदेश, आज और कल बहनों को पूरी छूट

इंदौर, रतलाम और भोपाल में बहनों द्वारा भाइयों को राखी बांधने से रोकने के बाद हुए हंगामे की सूचना पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दोपहर बाद एक्शन लिया। मिश्रा ने डीजीपी और गृह सचिव को अगले दो दिन इंदौर और रतलाम की जेलों में महिलाओं को अपने भाइयों को राखी बांधने की छूट देने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत आज 11 और 12 अगस्त को पूरे दिन बहनें जेल में बंद अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी।
इससे पहले, जेल में बंद अपने भाइयों को हर साल की तरह इस बार भी राखी बांधने बहनें पहुंची थीं। दरअसल सेंट्रल जेल में एक कैदी कोविड-19 पॉजिटिव आया है। उसका जेल में ही उपचार चल रहा है। जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि इसके चलते हमने एक दिन पहले ही जेल में राखी पर्व नहीं मनाने के निर्देश जारी कर दिए थे।

शगुन की राखी बांधने कई महिलाएं पहुंची

जेल प्रशासन के निर्देश के बावजूद हमेशा की तरह यहां बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंची। यहां जेल प्रशासन ने काउंटर पर राखी के साथ पर्ची लिखकर रखने को कहा। पर बहनें नहीं मानीं। वे अपने भाइयों की कलाई में ही राखी बांधना चाहती थी।
महिलाओं ने जेल परिसर से निकलकर भंडारी ब्रिज तक जाम लगा दिया। जहां सूचना के बाद परदेशीपुरा और एमजी रोड थाना पुलिस यहां पहुंची। यहां काफी देर तक महिलाओं को समझाने का प्रयास किया गया। बताया जाता है कि महिलाओं के नहीं मानने पर पुलिस को दोनों तरफ से ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ा।