बुरे फंसे बाबा ठुक सकता है 1000 करोड़ की मानहानि का दावा
इंदौर/ नई दिल्ली। बाबा से उद्योगपति बने स्वामी रामदेव अब अपनी ही ऊलजलूल हरकतों और बयानों के कारण बुरी तरह फंस गए हैं। इंदौर, उज्जैन से लेकर देशभर के एलोपैथिक डॉक्टर उनसे नाराज हैं, क्योंकि बाबा ने सिर्फ एलोपैथ की ही नहीं बल्कि उनसे जुड़े डॉक्टरों की भी जमकर खिल्ली उड़ाई है। एक वीडियो में बाबा डॉक्टरों के लिए कहते नजर आ रहे हैं – डॉक्टर टर्र टर्र….एलोपैथिक को दिवालिया साइंस…दो डोज लगने के बाद भी हजार से ज्यादा डॉक्टर मर गए…जैसे कई शब्दों में उन्होंने एलोपैथिक डॉक्टरों की हंसी उड़ाई है। बाबा की हरकतों पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की उत्तराखंड शाखा ने 1000 करोड़ रुपए की मानहानि के दावे का नोटिस भेजा है। वहीं उनसे माफी मांगने के लिए कहा गया है। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने बाबा रामदेव की गिरफ्तारी की मांग की है। जाहिर है बाबा रामदेव अपने पतंजलि उद्योगों को बढ़ाने के लिए हर तरह की कोशिश करते रहे हैं। सशुल्क योग शिविर लगाकर उसके जरिए पतंजलि की दवाइयों को बेचने का उनका बड़ा धंधा है। योग के बहाने उनकी दवाओं का उद्योग जमकर चल रहा है। इंदौर में उन्होंने रुचि सोया जैसे बड़े उद्योग को खरीदा है। बाबा योग और दवाओं के सहारे हर खानपान की वस्तुओं से जुड़े उद्योग पर लगातार कब्जा करते नजर आ रहे हैं। कभी पतंजलि के लिए मॉडलिंग करते हुए नजर आते हैं तो कभी किसी टीवी शो में अपने योग के करतब दिखाते हैं। दरअसल हमारे देश का संविधान कहता है कि हम अपने विकास के लिए कुछ भी करें, लेकिन ऐसा कोई कार्य नहीं होना चाहिए जिससे दूसरे के अधिकारों पर अतिक्रमण हो या उनके अधिकारों का हनन हो रहा हो या वे आहत हों। बाबा अपने उद्योग और अपनी दवाओं को सर्वश्रेष्ठ बताने के चक्कर में दूसरे दवाई उद्योगों को और दूसरी पैथियों की खिल्ली उड़ाने में लग गए हैं।