ब्रह्मास्त्र विशेष- “शिव गणों” ने रोक दिया गो द्रोही का रास्ता… यह तो होना ही था…
बाबा महाकाल के द्वार पर आकर भी दर्शन को वंचित रणवीर कपूर …
— योगेंद्र जोशी
क्या कभी ऐसा होता है कि कोई शिव भक्त उज्जैन तक दर्शन की कामना के साथ आए और दर्शन न कर पाए! दर्शन होना तब तो और निश्चित हो जाता है जब वह कोई आम व्यक्ति न हो, जिसके स्वागत में पूरा प्रशासन बिछा- बिछा पड़ा हो। जिसके लिए महाकाल मंदिर के वीवीआइपी द्वार खुल सकते हैं। ऐसा व्यक्ति उज्जैन आए और फिर भी दर्शन न कर पाए। मंगलवार को यही तो हुआ। रणवीर कपूर और उनकी अभिनेत्री पत्नी आलिया भट्ट मुंबई से बाकायदा सोशल मीडिया पर इस ऐलान के साथ निकले कि वे उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन करने आ रहे हैं। रणवीर, आलिया भट्ट और ब्रह्मास्त्र फिल्म के निर्माता अयान मुखर्जी तीनों इंदौर आकर उज्जैन भी पहुंचे, परंतु बाबा ने दर्शन दिए सिर्फ अयान को। रणबीर और आलिया दोनों को ही बाबा महाकाल ने दर्शन नहीं दिए। इसे क्या कहेंगे..? मेरा मानना तो यह है कि बाबा महाकाल ने इस जोड़ी को दर्शन देने के सौभाग्य से वंचित कर दिया।
बाबा महाकाल से आशीर्वाद लेने के लिए आई इस जोड़ी को बाबा शायद दर्शन दे भी देते, लेकिन उसे दर्शन कैसे दे दें जो बीफ( गोमांस ) खाने में विश्वास रखता है।
रणवीर कपूर!
अब भी समझ लो इस बात को कि जब कोई हिंदू बीफ खाता है तो समझो वह धर्म द्रोही है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि गाय में 33 करोड़ देवी- देवताओं का वास है। गाय को हिंदू अपनी माता समान मानते हैं। गोमांस पसंद रणवीर कपूर यह भूल गए कि जिस महाकाल के दर्शन करने जा रहे हैं, उन्हीं महाकाल के द्वार पर गोवंशी नंदी सदैव विराजमान रहते हैं। एक और बात … अवंतिका नगरी यानी उज्जयिनी यानी बाबा महाकाल की यह वही नगरी है जहां कभी भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की थी। ऐसे श्रीकृष्ण जो स्वयं गाय को अति प्रिय मानते थे। उन श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली में वह भी डोल ग्यारस की शुभ वेला पर किसी गो द्रोही को भगवान महाकाल आखिर कैसे दर्शन दे देते ! बाबा भोलेनाथ तो राधा कृष्ण की रासलीला देखने वृंदावन तक चले गए थे। ऐसे भोलेनाथ के द्वार पर आकर भी अगर तुम वापस हो रहे हो, तो रणवीर कपूर! यह अच्छी तरह जान लो कि भगवान महाकाल ने तुम्हें अपने दर्शन लायक नहीं समझा। बीफ खाने की तुम्हारी प्रवृत्ति घोर आपत्तिजनक है। जिन लोगों ने तुम्हारा विरोध किया उन्हें भले ही तुम विश्व हिंदू परिषद या बजरंग दल का कार्यकर्ता कह दो, लेकिन उस वक्त तो वे शिव गण ही थे। इन शिव गणों ने तुम्हें बाबा महाकाल के द्वार तक भी फटकने नहीं दिया। बाबा महाकाल किसी के लिए भी अपने द्वार बंद नहीं करते, लेकिन किसी गो द्रोही को भी सहन नहीं किया जा सकता।
बीफ पसंद रणवीर कपूर!
कभी बतौर हिंदू अपने हृदय पर हाथ रख कर सोचना। मुंबई से फ्लाइट के जरिए इंदौर आए, पर कोई दिक्कत नहीं हुई। इंदौर से उज्जैन भी आसानी से पहुंच गए आप। तीन लोग दर्शन के लिए मुंबई से चले। एक ने दर्शन किए और आप दो पति- पत्नी दर्शन नहीं कर पाए। वह भी तब जबकि फिल्म निर्माता अयान मुखर्जी के दोस्त हैं उज्जैन कलेक्टर श्री आशीष सिंह। कलेक्टर उज्जैन जिले के मुखिया ही नहीं बल्कि महाकाल मंदिर के प्रशासक भी हैं। उनके एक निर्देश पर क्या नहीं हो सकता, लेकिन बाबा महाकाल की इच्छा के आगे न कोई कलेक्टर, और न कोई सरकार। अगली बार आओ तो इस संकल्प के साथ आना कि जीवन में कभी गोमांस न तो खाऊंगा और न ही खाने वाले के साथ रहूंगा। फिर देखना, गो प्रेमी भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली और बाबा महाकाल की नगरी में बाबा किस तरह दर्शन देते हैं। पुण्य सलिला शिप्रा के किनारे बसी इस धर्म नगरी में आकर धन्य हो जाओगे।
आना जरूर परंतु तब जब मन सच्चा हो । तन सच्चा हो।
जय महाकाल…