विश्वशांति के लिए महायज्ञ के साथ हुआ श्री सिद्वचक्र मंडल विधान का समापन
सुसनेर। दिगम्बर जैन समाज के राजमल जैन, आशा जैन नदीवाला परिवार तथा सकल दिगंबर जैन समाज के द्वारा श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में सिद्धचक्र महामंडल विधान का आयोजन 30 सितंबर से किया जा रहा था। शनिवार को को हवन शांति एवं शोभायात्रा के साथ मंडल विधान का समापन हो गया।शोभायात्रा की शुरूआत श्री चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर से हुई जो नगर के प्रमुख मार्ग शुक्रवारिया बाजार,सराफा बाजार,इतवारिया बाजार से होते हुवें पुन:मंदिर जी पहुंची जहॉ पर इसका समापन हुआ।
मंडल विधान के समापन के अवसर पर 24 भगवान की पूजन की गई। इसके पूर्व भगवान का अभिषेक, शांतिधारा एवं पूजन किया गया। समापन के अवसर पर विश्व में शांति की कामना के लिए हवन शांति की गई। इस हवन शांति में 108 आहूतिया दी गई। समापन के पश्चात परिवार की महिलाऐं मंगल कलश को अपने घर लेकर गई। मंडल विधान 30 सितम्बर से आयोजित किया जा रहा था। जिसमें भगवान के अभिषेक, शांतिधारा के साथ सिद्धों का गुणानुवाद भक्ति की गई। विधान के सिद्ध परमात्मा का गुणगान करते हुए अर्घ समर्पित किए। शुक्रवार को विधान की पूजन समापन के दिन 1024 अर्घ चढ़ाए गए थे।
मंडल विधान की सभी धार्मिक क्रियाऐं पंडित कल्याणमल जैन कोटा मुकेश जैन सुसनेर एवं अशोक जैन मामा सुसनेर के द्वारा संपन करवाई गई। मंडल विधान की क्रियाओं के साथ इस आयोजन में प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।श्री चन्द्रप्रभु दिगम्बर मंदिर समिति के द्ववारा मंडल विधान के आयोजनकर्ता राजमल जैन,आशा जैन,अजय जैन,मोनू जैन आदि का स्वागत सम्मान किया। मंडल विधान के आयोजककर्ता की की और से मंडल विधान की क्रियाऐं संपन करवानें वालें पंडित फूलचंद उन्हेल, पंडित कल्याणमल जैन कोटा,पंडित मुकेश जैन एवं पंडित अशोक जैन मामा का भी स्वागत सम्मान किया गया।