इंदौर के प्रदूषण को कम करने के लिए महापौर की पहल — गौकाष्ठ और कंडों से होलिका दहन की अपील
इंदौर। शहर में बढ़ता प्रदूषण सभी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। होली पर एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने लोगों से अपील की गई है कि होलिका दहन में लकड़ी के स्थान पर गौ काष्ठ और कंडों का इस्तेमाल करें। ये कहां उपलब्ध होंगे इसकी जानकारी भी उन्होंने पत्र में दी है।
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लगातार शहर की एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट जारी की जाती है। रीगल तिराहे पर इसके लिए रियल टाइम पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशन भी लगा रखा है, जिसके माध्यम से रिपोर्ट तैयार होती है। मार्च महीने की बात करें तो 1 तारीख को जहां एक्यूआई 124 रहा है, वहीं 2 और 3 मार्च को ये क्रमश: 100 और 98 रिकॉर्ड हुआ। एक्यूआई को 0 से 50 तक अच्छा, 50 से 100 तक संतुलित माना जाता है। इसके ऊपर एक्यूआई होने पर खतरे की घंटी शुरू हो जाती है। अभी स्थिति बिल्कुल किनारे पर बनी हुई है। इसी साल जनवरी में एक्यूआई 277 भी रिकॉर्ड हो चुका है, उसके बाद से एक्यूआई को 100 के नीचे रखने को लेकर लगातार कोशिशें हो रही है।
पूरे देश को देंगे नया संदेश
महापौर ने अपील की है कि ‘कोविड के बाद इस बार की हमारी होली अलग उत्साह, आनंद, रंग लिए है। हम इस बार की होली पर्यावरण हितैषी मनाए। शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स को इंप्रूव करने की दृष्टि से होलिका दहन में लकड़ी का कम से कम प्रयोग करते हुए गौ काष्ठ का या कंडों का प्रयोग करेंगे तो ये पर्यावरण हितैषी होलिका दहन पूरे देश को एक नया संदेश देने का काम करेगी’
स्वच्छता के बाद एक्यूआई में भी नंबर 1 बने
‘इंदौर स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण और एयर क्वालिटी इंडेक्स में नंबर वन बनेगा इसलिए हमने ये अभियान शुरू किया है कि शहर में जिस भी स्थानों पर होलिका दहन किया जाता है वहां हमने हमारे स्वयं सेवक साथियों से मित्रों से ये आह्वान किया है कि होलिका दहन कंडों और गौ काष्ट से करें। इसकी उपलब्धता कहां-कहां रहेगी, इसका उल्लेख भी किया है। शहर हित में पर्यावरण के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाए।’