आईडीए अध्यक्ष ने की निर्माण कार्यों की समीक्षा, पांच माह से गति नहीं पकड़ पा रहा था काम
नगर प्रतिनिधि इंदौर
भंवरकुंआ चौराहा पर बनने वाले फ्लाईओवर का निर्माण यातायात परिवर्तित नहीं होने से गति नहीं पकड़ पा रहा था, लेकिन हाई कोर्ट के निर्णय के बाद शनिवार से निर्माण कार्य गति पकड़ने वाला है। बीआरटीएस के 700 मीटर हिस्से में वाहन चलाने की अनुमति मिलने के बाद अटलविहारी कालेज के सामने से रास्ता बना दिया गया है। पहले चरण में आर्ट्स एन्ड कामर्स कालेज वाली लाइन में निर्माण कार्य शुरू होगा। शनिवार को आईडीए के अधिकारी ने भंवरकुंआ का दौरा कर निर्माण कार्यो का अवलोकन किया।
लंबे समय से बंद भंवरकुंआ फ्लायओवर निर्माण का कार्य अटका पड़ा था। इसके निर्माण के लिए यातायात को बीआरटीएस में परिवर्तन करना चुनौती थी। अब नवलखा की तरफ से भोलाराम उस्ताद चौराहे तक वाहन बीआरटीएस में चल पाएंगे। ब्रिज आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज के सामने से लेकर राजीव गांधी चौराहे की तरफ बनेगा। इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार किए जा रहे फ्लाईओवर का निर्माण 18 महीने मैं पूरा करने की समय सीमा तय की गई है।
625 मीटर लंबा बनेगा फ्लायओवर
भंवरकुंआ चौराहे पर 625 मीटर लंबा फ्लाईओवर बनेगा। इसके निर्माण की लागत 43.23 करोड रुपये है। बीआरटीएस के समांतर दो भुजाओं में फ्लायओवर बनाया जाएगा। छह लेन का यह फ्लायओवर दो भुजाओं में बनेगा। नवलखा से जाने वाले वाहन आसानी से राजीव गांधी चौराहे की तरफ आ जा सकेंगे।
पांच माह पहले शुरू हुआ था काम
फ्लाईओवर का निर्माण करीब 5 माह पहले शुरू किया गया था। मिट्टी परीक्षण के बाद सैंपल पिलर तैयार कर लोड का परीक्षण निर्माण एजेंसी ने पूरा कर लिया, लेकिन नवलखा से भंवरकुंआ वाली लाइन का यातायात परिवर्तित नहीं होने से निर्माण कार्य रुका हुआ था। पहले यातायात को तीन इमली चौराहे होते हुए राजीव गांधी चौराहे निकालने की योजना तैयार की गई थी। तीन इमली चौराहे पर सड़क निर्माण के कारण यह संभव नहीं हो सका। अब मिक्स लाइन के यातायात को बीआरटीएस में स्थानांतरित किया जाएगा।