फुटपाथ पर कब्जा करने वाले ने व्यापारियों को धमकाया

इंदौर। राजवाड़ा और गोपाल मंदिर क्षेत्र के व्यापारियों ने सराफा थाना पुलिस को धमकी दिए जाने की शिकायत की है। आक्रोशित व्यापारियों ने घोषणा की है कि बुधवार क्षेत्र के व्यापारिक संगठनों की बैठक बुलाई जाएगी। गोपाल मंदिर हेरिटेज कांप्लेक्स और राजवाड़ा क्षेत्र के व्यापारियों ने बीते दिनों दुकानों के बाहर फुटपाथ और सड़क पर होने वाले अतिक्रमण व कब्जों की शिकायत की थी। नगर निगम ने अतिक्रमण हटाया भी था। राजवाड़ा क्षेत्र के व्यापारी अतिक्रमण के खिलाफ कोर्ट में भी याचिका दायर कर चुके हैं। व्यापारी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मुकेश पटवा ने मंगलवार को पुलिस को शिकायत की कि फुटपाथ पर दुकान लगवाने वाले संतोष चौहान ने साथियों के साथ उन्हें सड़क पर रोका। शिकायत करने की बात पर धमकाया। उन्होंने सड़क पर बात करने से इन्कार कर दिया। बाद में वे लोग शापिंग कांप्लेक्स में आए और शिकायत करने पर आपत्ति ली। इस पर अन्य व्यापारी एकत्र हुए। व्यापारियों ने कहा कि 35 से 50 लाख रुपये देखकर नगर निगम से दुकानें खरीदी हैं। दुकानों के बाहर कब्जा कर सड़क पर दुकानें लगेंगी तो कांप्लेक्स में कौन ग्राहक आएगा।
व्यापारियों ने पुलिस सुरक्षा मांगी
शाम को घटना का एक वीडियो भी व्यापारियों ने जारी किया। व्यापारियों ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। इस बीच गोपाल मंदिर हेरिटेज कांप्लेक्स व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राजवाड़ा क्षेत्र के 13 व्यापारी एसोसिएशन की बैठक बुलाकर विरोध की रणनीति तय करने की घोषणा की है।

मेट्रो प्रोजेक्ट के मजदूर की मौत साथियों ने किया चक्काजाम
इंदौर। मेट्रो प्रोजेक्ट में लगे एक मजदूर की मंगलवार देर रात ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। उसके गुस्साए साथियों ने सुपर कारिडोर पर चक्काजाम कर दिया। करीब एक घंटे तक जाम की स्थिति बन गई। इससे उन लोगों को परेशानी हो गई, जिन्हें एयरपोर्ट जाकर फ्लाइट पकड़नी थी। पुलिस ने समझा बुझाकर चक्काजाम खत्म करवाया। बाणगंगा पुलिस के अनुसार घटना देर रात हुई। यहां पर काम में लगा मजदूर रंगलाल पिता फुर्जी 22 निवासी भानगढ़ रात को घर जा रहा था। तभी तेज रफ्तार वाहन ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर के बाद वह उछल कर बेरीकेटस पर गिर गया और उसका पांव भी धड़ से अलग हो गया। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को एमवाय भिजवाया। इधर उसके गुस्साएं साथियों ने सुबह टीसीएस चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। मजदूरों का कहना था कि मेट्रो प्रोजेक्ट में पहले भी एक मजदूर की मौत हो गई थी। इसके अलावा कल हमारे इस साथी की मौत हो गई है। उसके स्वजन को मुआवजा दिया जाए। चक्काजाम के कारण सुपर कारिडोर पर वाहनों की कतार लग गई। सूचना मिलते ही दो थानों का बल और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने मजदूरों को समझाइश दी और चक्काजाम खुलवाया।

न्यायालयों की रौनक लौट सकती है, प्रकरणों में पैरवी करेंगे वकील
इंदौर। बार-बेंच के बीच 23 मार्च से चल रहा टकराव खत्म हुए। राज्य अधिवक्ता परिषद द्वारा कार्य से विरत रहने के आह्वान को स्थगित करने के बाद बुधवार से वकील नियमित रूप से पैरवी के लिए न्यायालयों में उपस्थित रह सकते हैं। वकीलों के काम नहीं करने की वजह से हो रही परेशानी से पक्षकारों को राहत मिलेगी। वहीं न्यायालयों में लंबित प्रकरणों की सुनवाई भी नियमित होने लगेगी। हालांकि, यह बात भी सही है कि बुधवार को दिल्ली में मुख्य न्यायाधीश और राज्य अधिवक्ता परिषद के पदाधिकारियों के बीच होने वाली बैठक के बाद ही स्पष्ट होगा कि न्यायालयों में वकील पैरवी के लिए नियमित उपस्थित होंगे या फिर विरोध स्वरुप कार्य से विरत रहेंगे। गौरतलब है कि वकील 23 मार्च से ही कार्य से विरत थे। वे हाई कोर्ट के उस आदेश का विरोध कर रहे हैं, जिसमें सभी न्यायालयों से कहा गया है कि वे हर तीन माह में 25-25 चिह्नित प्रकरणों का निराकरण अनिवार्य रूप से करें। वकीलों का कहना है कि इस आदेश की वजह से नियमित कामकाज प्रभावित हो रहा है। न्यायालय 25 प्रकरणों को निराकृत करने के प्रयास में अन्य प्रकरणों की सुनवाई पर ध्यान ही नहीं देते हैं।