मां को बचाने आई बेटी को पिता ने घोंपे चाकू
उज्जैन। रात 12 बजे पति ने चाकू से पत्नी पर हमला कर दिया। शोर सुनकर आई बेटी ने बचाने के लिये पैर पकड़े तो उसे भी चाकू घोंप दिये। नाबालिग बेटे नींद से जागे तो हत्या की धमकी देकर चुप रहने को कहा। घटना का पता सुबह चला, इस बीच मां-बेटी की मौत हो चुकी थी।
देवास-मक्सी मार्ग पर ग्राम टंकारिया में बुधवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब ओमकार नरवरिया 45 वर्ष के मकान का दरवाजा सुबह 9.30 तक नहीं खुलने पर रिश्तेदार मुकेश पहुंचा। मासूम अंकित और मोहित ने दरवाजा खोला। घर में मां ताराबाई 40 और बेटी रविना 14 का खून से सना शव जमीन पर पड़ा हुआ था। औंकार ने दरवाजा खुलते ही खुद को चाकू घोंप लिया। मां-बेटी की हत्या कर ओमकार के खुद को चाकू मारने की खबर मिलने पर नरवर टीआई संजय मंडलोई टीम के साथ मौके पर पहुंच गये। घायल औंकार को जिला अस्पताल लाया गया। जहां से इदौर उपचार के लिये भेजा गया। रातभर घर में खुद की जान बचाकर कमरे में बंद रहे अंकित और मोहित ने बताया कि पिता ने मां और बहन को चाकू मारे है। जब वह कमरे में पहुंचे थे तो पिता ने मारने की धमकी दी और शोर नहीं मचाकर चुप रहने को कहा। सुबह जहरीली दवा पी और खुद को चाकू मार लिया। टीआई मंडलोई के अनुसार बच्चों के बयान दर्ज कर उनके पिता के खिलाफ दोहरी हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक टीम इंदौर भेजी गई है, ओमकार के डिचार्ज होने पर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि 2 साल से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। रात में रोटी खाने की बात पर पति-पत्नी में विवाद हुआ था। जिसके चलते ताराबाई पर चाकू से हमला किया गया। मां की आवाज सुनकर बेटी बचाने आई थी, उसने मां को नहीं मारने के लिये पिता के पैर भी पकड़े थे, लेकिन उसे भी चाकू मार दिये।