बिना कारण छात्रा को निकाला स्कूल से ,कहा प्राइवेट स्कूल में करवा दो एडमिशन

राजगढ़ | शासकीय स्कूल में अध्यापन करा रहे शिक्षकों पर पालक पूर्ण रूप से भरोसा करके अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं लेकिन जब उनके बच्चों पर कोई परेशानी आती है तो गुहार भी शिक्षकों से ही लगाई जाती हैं लेकिन राजगढ़ के शासकीय प्राथमिक विद्यालय प्रतापगंज में एक अनोखा मामला उस समय देखने को मिला जब संकट मोचन निवासी जीनत अंसारी ने शिक्षा विभाग में आवेदन देकर अपनी बच्ची के साथ हुई बर्बरता का बया किया।

जीनत ने बताया कि मेरी बच्ची जेनाब अंसारी शासकीय प्राथमिक विद्यालय प्रतापगंज में पढ़ती है कुछ समय पूर्व वहा पढ़ने वाले कुछ छात्रों ने उसके साथ मारपीट की जब मैं यह बात टीचर से कहने गई तो टीचर ने मुझे उल्टा जवाब दिया कि आपकी बेटी को शासकीय स्कूल से निकाल कर प्राइवेट स्कूल में एडमिशन करवा दें इसके बाद आवेदिका ने 181 पर शिकायत की तो शिक्षिका सृष्टि पांडे ने उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी अब आवेदिका की बच्ची का इम्तिहान 3 दिन बाद है वह कलेक्टर से गुहार लगा रही कि उसकी बच्ची का एडमिशन यथावत रखा जाए और टीचरों पर कार्यवाही की जाए वही बच्ची के साथ जिन लोगों ने मारपीट की उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए शिक्षा का मंदिर में जब टीचर ही न्याय की बात नहीं करेंगे तो आम नागरिकों पर इसका क्या असर पड़ेगा यह भी सोच से परे है। पूर्व में भी उक्त विद्यालय की खाली पड़ी जमीन को लीज पर देने एवं उस पर फसल बोने का मामला सामने आया था जिसकी जांच उपरांत कुछ शिक्षकों पर कार्रवाई भी की गई थी, अब देखना यह है कि बच्ची को स्कूल से निकालने की धमकी देने वाले जिम्मेदार शिक्षकों पर क्या कार्यवाही होती हैं।

रिपोर्ट – मुकेश सक्सेना