जीआरपी के तीन आरक्षकों ने दिया हजारों की लूट को अंजाम
उज्जैन। इंदौर-भोपाल ट्रेन में सवार होने के लिये बुधवार-गुरुवार रात रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 4 पर पहुंचे चार यात्रियों से सर्चिंग का हवाला दिया और बेग की तलाशी लेकर जीआरपी के तीन जवानों ने 37 हजार रुपये लूट लिये। मामला सामने आने पर जीआरपी थाना में तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और निलंबित करने की कार्रवाई की गई।
पश्चिम बंगाल कलकत्ता से शेख अम्मार पित शेख अजीजुर रहमान अपने साथी ग्यासुद्दीन पिता सज्जाद मंडल ग्राम बैलीराम पश्चिम बंगाल, उमर पिता लालखान और अब्दुल वाहिद पिता मजीरुद्दीन के साथ रात डेढ़ बजे इंदौर-भोपाल पेसेंजर ट्रेन में सवार होने के लिये रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नम्बर 4 पहुंचे थे। चारों ट्रेन का इंतजार कर रहे थे उसी समय जीआरपी का प्रधान आरक्षक शांतिलाल दो आरक्षक सत्येन्द्र जाट और धर्मेन्द्र पहुंचे। उन्होने चारों से सर्चिंग के नाम पर अपने बेग की तलाशी देने को कहा। चारों तलाशी के लिये तैयार हो गये। तीनों पुलिसकर्मियों ने उनसे 4 हजार की डिमांड की, उन्होने पैसे देने से मना किया तो झूठे मामले में बंद करने की धमकी देने लगे। चारों ने विरोध किया तो पुलिस कर्मियों ने उनके सामान की तलाशी लेकर बेग में रखे 37 हजार रुपये निकाल लिये और कहा कि जाओ ट्रेन जाने वाली है। शेख अम्मार ने बेग से पैसे गायब देखे तो वापस देने को कहा। पुलिसकर्मी धमकी देकर चले गये। चारों यात्री शिकायत लेकर जीआरपी पहुंचे। जहां उनकी बात नहीं सुनी गई। चारों ने अपने स्थानीय लोगों को मामले से अबगत कराया तो रात 2 बजे 200 से अधिक मुस्लिम समाज के लोगों ने जीआरपी थाना घेर लिया। तीनों पुलिसकर्मियों को बुलाया गया, तो उनके पास से छीने गये 37 हजार बरामद हो गये।