मां और दादी को बचाने के लिए बावड़ी में कूद गया युवक

इंदौर। पटेल नगर में मंदिर की बावड़ी में हुए हादसे के दौरान एक युवक अपनी मां और दादी को बचाने के लिए बावड़ी में कूद गया। युवक मयंक पटेल के मुताबिक जैसे ही मुझे बावड़ी में हादसे की सूचना मिली मैं नवलखा लोहामंडी स्थित अपने आफिसर से घटनास्थल पर पहुंचा। बावड़ी में मेरी मम्मी ज्योति पटेल व दादी रतन बेन गिर गई थी। पुलिस मौके पर आ चुकी थी। मैंने उनकी अनुमति ली और बताया कि मुझे तैरना आता है। इसके बाद मैं बावड़ी में कूदा और अन्य दो तीन युवक भी लोगों को बचाने के लिए कूदे। बावड़ी में अंदर पहुंचकर मैंने कुछ लोगों को सीढ़?ियों पर बैठाया। करीब 45 मिनट से एक घंटे तक बावड़ी में रुका रहा। सफोगेशन होने लगा तो रस्सी पकड़कर बाहर आया। मेरी मम्मी ज्योति पटेल को सबसे पहले निकाला गया।

एक साथ निकली 11 अर्थियां, लोगों ने नम आंखों से दी विदाई
इंदौर। बावड़ी हादसे में गुजराती पटेल समाज के 11 लोगों की मौत हुई है। इनकी शवयात्रा एक साथ दोपहर साढ़े तीन बजे रीजनल पार्क मुक्तिधाम रवाना हुई। यहां सभी का अंतिम संस्कार किया गया। अहमदाबाद, अंकलेश्वर, दिल्ली और महाराष्ट्र से भी रिश्तेदार आए हैं। मंदिर के सामने गुजराती समाज के घर हैं। हर घर में एक-दो मौत हुई है। मातम छाया हुआ है। लोगों को मुक्तिधाम तक ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई थी। मुक्तिधाम में कमिश्नर, कलेक्टर और निगम आयुक्त मौजूद थे। बता दें, स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनी बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से कई लोग बावड़ी में गिर गए थे। पहले यह संख्या 25 बताई जा रही थी, लेकिन गुरुवार सुबह करीब 11.30 बजे की घटना के बाद से शुक्रवार सुबह तक रेस्क्यू अभियान जारी है और इममें से 36 लोगों की मौत हो गई थी। गुरुवार को 18 लोगों को रेस्क्यू अभियान के तहत बचाया गया था।

बचाव कार्य की कहानी, एसडीआरएफ के जवानों की जुबानी
इंदौर। हमें जैसे ही मंदिर परिसर में बनी बावड़ी की स्लैब गिरने की सूचना मिली तो टीम 30 सदस्यों के साथ तुरंत संसाधन लेकर मौके के लिए रवाना हो गई। वहां पहुंचने तक अंदाजा नहीं था कि हालात इतने खराब होंगे। कई लोग बावड़ी की सीढ़ियों पर पत्थरों और सरियों आदि को पकड़े हुए मदद के लिए पुकार रहे थे। इस पर टीम के सदस्य नीचे उतरे। सबसे पहले बच्चों को निकाला गया। इसके बाद महिलाओं और फिर पुरुषों को। बचाव दल के सदस्यों का कहना था कि हमने अपने सेवाकाल में इंदौर में ऐसा हादसा नहीं देखा। बचाव कार्य में अधिक परेशानी आ रही थी। स्लैब के सरियों की वजह से मुश्किल से भीतर उतर पा रहे थे। ऊपर से स्लैब के टुकड़े और पत्थर गिर रहे थे। पानी सड़ चुका था। असहनीय बदबू आ रही थी। कोशिश करने के बाद भी बगैर उपकरण के दस मिनट से अधिक पानी में नहीं रुक पाए। इसके बाद बाहर आए और मास्क आदि लेकर दोबारा बचाव कार्य शुरू किया। यह कहना है पटेल नगर हादसे में बचाव कार्य में जुटे स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एसडीआरएफ) के कर्मचारी-अधिकारियों का। यहां टीम प्लाटून कमांडर अविनाश दिनकर के नेतृत्व में पहुंची थी।

ज्वैलर्स की छुटपुट मांग से सोना और चांदी में सुधार जारी
इंदौर। वैवाहिक सीजन की मांग को ध्यान में रखते हुए ज्वैलर्स की सोने और चांदी में छुटपुट खरीदी की जा रही है। हालांकि अप्रैल में शादियों के मुहूर्त कुछ कम हैं, लेकिन मई में शादियां खूब बताई जा रही हैं। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय बुलियन वायदा मार्केट में मजबूती को ध्यान में रखते हुए आगे तेजी की उम्मीद है, जिसके कारण ज्वैलर्स वर्तमान दामों पर खरीदी में रुचि ले रहे हैं। गुरुवार को इंदौर में सोना केडबरी 100 रुपये सुधरकर 58400 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी 300 रुपये बढ़कर 68400 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। विदेशी बाजारों में भी भारी उठा-पटक की स्थिति बनी हुई है क्योंकि रामनवमी के उपलक्ष्य में एमसीएक्स वायदा मार्केट शाम तक बंद रहा। कामेक्स पर सोना बढ़कर ऊपर में 1971 नीचे में 1958 डालर प्रति औंस और चांदी ऊपर में 23.65 नीचे में 23.23 डालर प्रति औंस पर कारोबार करता देखा गया।