हिंदू बन दोस्ती की फिर शादी – पति व जेठ का कहना- जब तक मुस्लिम धर्म नहीं अपनाएगी करते रहेंगे रेप
इंदौर। देपालपुर में हिंदू युवती को प्रेम जाल में फंसाकर शादी करने और जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि मुस्लिम धर्म अपनाने से मना किया तो पति और जेठ दोनों ने रेप किया। पीड़ित ने दोनों पर रेप का केस भी दर्ज कराया है। पीड़िता ने पति पर आधार कार्ड में छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता ने पुलिस से कहा कि इरशाद ने 7 साल पहले मुझसे लव मैरिज की। तब उसने अपना नाम शक्तिसिंह बताकर मुझे अपने जाल में फंसाया था। शादी के सात साल बाद मुझे पति का असली नाम इरशाद पता चला। वह पेशे से ड्राइवर है। दो महीने पहले फरवरी से वह मुझे हिंदू धर्म छोड़कर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए जबरदस्ती करने लगा।
जब यह बात मैंने अपने जेठ मुकीम को बताई तो उसने भी पति इरशाद का ही साथ दिया। दोनों भाई कहने लगे तो नीच जाति की है, मुस्लिम धर्म अपना ले। जब मैंने मना किया तो मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे। फरवरी से अब तक पति और जेठ ने कई बार जबरदस्ती संबंध बनाए। दोनों ने मेरा रेप किया।
दोनों भाई इरशाद और मुकीम मुझे जान से मारने की धमकी देने लगे और बोले कि तू जब तक मुसलमान नहीं बनेगी तब तक हम दोनों भाई तेरे साथ ऐसे ही बलात्कार करेंगे। इससे डरकर मैं महू से अपने बच्चों को लेकर देपालपुर आ गयी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह खंडवा में रहती है। लेकिन शादी के बाद से महू में रह रही थी। नवंबर 2016 में जब वह 17 साल की थी तो उसने इरशाद से शादी कर ली। शादी के बाद उसे एक बेटा ओर बेटी है।
गौतमपुरा थाना प्रभारी संगीता सोलंकी ने बताया कि 24 साल की युवती की शिकायत पर उसके पति इरशाद ओर जेठ मुकीम के खिलाफ 376, 376 (2) (एन), 506, 34 भादवि 3(2) (5) एससीएसटी एक्ट एवं 3/5 धार्मिक स्वंतत्रा अधिनियम 2021 के तह्त केस दर्ज किकया गया है।
आधार कार्ड में बदली जन्म तारीख और नाम
पीड़िता ने पूरी बात अपने परिवार को बताई। तब उन्होंने हिंदूवादी संगठन के रमेश जाट को मामले की जानकारी दी। उन्होंने युवती के दस्तावेज देखे तो पता चला कि उसने दोनों भाइयों ने जन्म तारीख से जुड़े दस्तावेजों में भी हेरफेर किया। वहीं युवती का नाम बदलकर मुस्लिम कर दिया। पीड़िता ने जाली दस्तावेजों को लेकर भी शिकायत की है।