इंदौर में 21 हजार से अधिक घरों का सर्वे, 484 घरों में पाया लार्वा

गर्मी के साथ बढ़ रहा मच्छरों का प्रकोप। अब तक डेंगू या मलेरिया का कोई मामला नहीं

इंदौर। गर्मी के साथ शहर में मच्छरों की संख्या में इजाफे को देख स्वास्थ्य विभाग ने घरों में सर्वे शुरू किया है। अभी तक 21 हजार घरों में कराए गए सर्वे में 484 घरों में लार्वा पाया गया है, जिसे नष्ट कर दिया है। विशेषज्ञों ने बताया कि इस मौसम में क्यूलेक्स मच्छरों का प्रकोप ज्यादा होता है। क्यूलेक्स मच्छर डेंगू या मलेरिया नहीं फैलाते हैं, लेकिन नालों और नालियों के स्थिर पानी में प्रजनन करते हैं। जल निकासी लाइनों का पानी भी इनके लिए प्रमुख प्रजनन स्थल है।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. दौलत पटेल ने कहा कि क्यूलेक्स मच्छर चिंता का प्रमुख कारण नहीं हैं, लेकिन एडीज और एनोफिलीज मच्छरों का बढ़ना चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि ये एडीज और एनोफिलीज मानसून के दौरान डेंगू और मलेरिया फैलाते हैं। गर्मी के चरम के दौरान इस प्रकार के मच्छरों का घनत्व बढ़ जाता है, क्योंकि लोग खुले कंटेनर में पानी जमा करते हैं।
डा. पटेल ने बताया कि इस वर्ष अब तक डेंगू या मलेरिया का कोई मामला नहीं आया है। पिछले साल 242 डेंगू और छह मलेरिया के मामले पाए गए थे। हमने पहले ही एंटी-लार्वा अभियान शुरू कर दिया है और 21990 घरों का सर्वे कर चुके हैं। जहां 105891 कंटेनरों की जांच की गई थी। 484 कंटेनरों में पाए गए लार्वा को खत्म कर दिया है।

बचने के उपाय

– घरों में साफ-सफाई का ध्यान रखें।
– घरों के आसपास गंदगी न रहने दें।
– नाले व गंदगी वाली जगह के आसपास जाने से बचें।
– घर के आसपास पानी जमा न होने दें।