कम चार्ज में दुबई जाने का जुगाड़ निकाल लाए इंदौर वासी

इंदौर। देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से समर शेड्यूल में दुबई और शारजाह के लिए सीधी उड़ानें विमान कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा शुरू की गई है। सप्ताह में चार दिन यूएई के लिए उड़ानें होने से यात्रियों की जेब को भी फायदा पहुंचा रहा है। शारजाह उड़ान के कारण दुबई उड़ान का दबाव भी कम हुआ है। इसलिए दुबई फ्लाइट का किराया 10 हजार रुपये के करीब पहुंच गया, जो पहले 20 हजार से ऊपर रहता था। शारजाह फ्लाइट का किराया 10 हजार के नीचे है। विमान कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा सप्ताह में एक दिन दुबई और तीन दिन शारजाह के लिए सीधी उड़ान संचालित की जा रही है। इससे इंदौर से दुबई जाने वाले यात्रियों को शारजाह फ्लाइट का अतिरिक्त विकल्प मिल गया। दुबई उड़ान का किराया बढ़ने पर लोग शारजाह उड़ान का विकल्प चुन रहे है। इससे दुबई उड़ान का किराया भी नीचे आ चुका है। ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष हैमेंद्र सिंह जादौन का कहना है कि पहले दुबई के लिए एक उडान होने से पूरा दबाव इसपर रहता था, लेकिन अब शारजाह का विकल्प यात्रियों को मिल रहा है । इसलिए यात्री दोनों उड़ानों में डिवाइड हो गए है । शारजहां से 30 मिनट में सड़क मार्ग से दुबई पहुंचा जा सकता है । दुबई वेस्टर्न वल्ड का गेटवे है, इसलिए यूरोप और यूएस जाने वाले भारतीय दुबई होते हुए जाते है। सप्ताह में चार दिन उड़ान होने से यात्रियों को टिकट के लिए ज्यादा राशि भी नहीं खर्च करना पड़ रही है ।
60 हजार तक पहुंचा था किराया
हैमेंद्र सिंह जादौन का कहना है इंदौर से पहले दुबई के लिए सप्ताह में एक दिन सीधी उडान थी, इसलिए इंदौर से हमेशा दुबई का किराया 20 हजार से ज्यादा ही रहा। इंदौर से दुबई का किराया 60 हजार रुपये भी पहुंच गया था । ऐसे में लोग अन्य शहरों से होकर दुबई जाने लगे थे, क्योकि उन शहरों से दुबई का किराया आधे से भी कम रहता था। अब उड़ानों में विकल्प मिलने से किराया लोगों को राहत पहुंचा रहा है।

इंजीनियरिंग की छात्रा ने फांसी लगाई, 15 दिन में तीसरी छात्रा ने दी जान
इंदौर। शहर के गुरुनानक नगर में इंजीनियरिंग की छात्रा 25 वर्षीय रिंकी कुशवाह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मूलत: सतना निवासी रिंकी बीटेक की पढ़ाई करने इंदौर आई थी। पिछले 15 दिन में इलाके में तीसरी छात्रा है, जिसने फांसी लगाकर जान दी है। भंवरकुआं टीआइ शशिकांत चौरसिया के मुताबिक, सतना निवासी संतोष कुशवाह की बेटी रिंकी यहां भाई के साथ रहती थी। मंगलवार रात वह अपने रूम में गई और दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी। मध्य रात्रि करीब 12 बजे उसे मृत अवस्था में देख पुलिस को सूचना दी गई। बुधवार को भाई गया प्रसाद भी इंदौर पहुंच गए। रिंकी पढ़ने में होशियार थी। उसने आत्महत्या क्यों की, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। रूम से सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पुलिस ने छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करवाया। टीआइ के मुताबिक, 15 दिनों के भीतर इस क्षेत्र में तीन छात्राएं आत्महत्या कर चुकी हैं। 19 मार्च को प्रिया आनंद ने महाराजा रणजीत सिंह कालेज परिसर में बने हास्टल में फांसी लगाई थी। इसके बाद 25 मार्च को शैली सिंह राजपूत ने फांसी लगा ली। वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने इंदौर आई थी।
आत्महत्याएं रोकने को अब काउंसलिंग में जुटी पुलिस
पुलिस शहर में छात्र-छात्राओं की ओर से आत्महत्या करने की घटनाओं से चिंतित है। इन पर रोकथाम के लिए पुलिस ने छात्र-छात्राओं की काउंसलिंग करने का निर्णय लिया है। इसके लिए टीमें बनाई गई हैं। हास्टल और कोचिंग सेंटरों में छात्र-छात्राओं से चर्चा करके उनका आत्मबल बढ़ाया जा रहा है। पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। महिला अधिकारी, टीआइ और काउंसलिंग टीम के लोग कोचिंग सेंटर और हास्टल में जाकर छात्र-छात्राओं को समझा रहे हैं। पुलिस का मानना है कि ज्यादातर घटनाएं प्रेम संबंध और पढ़ाई के तनाव में हो रही हैं।