ओटीटी प्लेटफार्म पर असभ्य सीन और भाषा पसंद नहीं- यशपाल शर्मा
छह वर्षों में बनी फिल्म, मिला बेस्ट क्षेत्रिय फिल्म का राष्ट्रीय अवार्ड
नगर प्रतिनिधि इंदौर
अपने शानदार अभिनय से सिनेमा जगत में लोहा मनवा चुके कलाकार यशपाल शर्मा ने अब डायरेक्शन के क्षेत्र में भी कदम रख दिया है। यशपाल ने पचास से अधिक फिल्मों और टीवी सीरियल में काम किया है। उन्हें सबसे अधिक पहचान 2001 में आई लगान फिल्म में लाखा के किरदार से मिली थी। इसके बाद गंगाजल, आरक्षण और शूल जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय से फिल्म इंडस्ट्री में खूटा गाड़ दिया।
आजकल उनकी निर्देशन में बनी फिल्म दादा लखमी काफी चर्चा में है। इस फिल्म को 70 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और बेस्ट क्षेत्रिय फिल्म का राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया है। इसे बनाने के पीछे मेरा मकसद सिर्फ हरियाणवी सिनेमा को पहचान दिलाना था, क्योंकि रीजनल सिनेमा काफी तेजी से बढ़ रहा है लेकिन हरियाणावी के लिए कोई काम नहीं हो रहा था। इस फिल्म को मैंने चुनौती की तरह लिया और पुरस्कार दिलाया। कई लोगों ने कहा कि फिल्म डूब जाएगी, इसे कोई नहीं देखेगा लेकिन मैंने किसी की एक न सुनी।
काफी बदल रहा सिनेमा
बालीवुड में भयंकर बदलाव हुआ है। अब फिल्मों को बनाने के लिए बेहतर सुविधाएं हैं। पहले एक-एक सीन को करने के लिए काफी समय लगता था। लोकेशन की समस्या रहती थी। आजकल फिल्म सिटी में मूवी के अधिकतर सीन शूट हो जाते हैं। हमारे समय में मोबाइल नहीं होते थे, काम की कमी थी। एक ही चैनल होता था। आजकल साधन बढ़ गए हैं और देखने के लिए बहुत कुछ है। लोग अपने मोबाइल पर दुनिया भर के सिनेमा को देख रहे हैं। ओटीटी ने इसे और भी सरल बना दिया।