चुनाव के वक्त याद आते हैं कार्यकर्ता, उपकृत करने के वक्त भूल जाते हैं

देपालपुर, महू, राऊ और सांवेर के नेताओं की बात सुनी केंद्रीय मंत्री तोमर ने, बयां हुई हकीकत

इंदौर। जिन कार्यकर्ताओं काे बूथ स्तर पर जिम्मेदारी दी गई है, अचानक उनकी पूछपरख बढ़ गई है, उन्हीं कार्यकर्ताओं काे जब उपकृत करने की बारी आती है ताे पार्टी भूल जाती है। जिन पदाें पर ऐसे कार्यकर्ताओं काे उपकृत किया जा सकता है, उनमें ताे नियुक्तियां ही नहीं की जाती हैं। यह नाराजगी केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ताेमर के समक्ष एक वरिष्ठ कार्यकर्ता और पूर्व जिला पदाधिकारी ने व्यक्त की।
शनिवार काे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, पूर्व पदाधिकारियाें व पूर्व जनप्रतिनिधियाें से चर्चा के लिए ताेमर बायपास स्थित एक हाेटल पहुंचे थे। इसमें देपालपुर, राऊ, सांवेर और महू के कार्यकर्ता और पूर्व पदाधिकारी भी शामिल हुए। बैठक के दाैरान जब एक वरिष्ठ नेता ने नाराजगी जाहिर की ताे सन्नाटा पसर गया। हालांकि उन्हें राेक दिया गया और कहा गया कि वन-टू-वन चर्चा में वे अपनी बात रख सकते हैं। इसके बाद ताेमर ने चाराें विधानसभा के 31 नेताओं से बंद कमरे में वन टू वन चर्चा की। 2 से 3 मिनट का समय एक-एक कार्यकर्ता काे दिया। महू के रामकिशाेर शुक्ला, राधेश्याम यादव, अशाेक साेमानी से अलग-अलग विस्तृत चर्चा की। वहीं राऊ से शिव डिंगू और सांवेर से देवराजसिंह परिहार से भी ताेमर ने बंद कमरे में चर्चा की।