इंदौर में 25 लाख लोगों ने अभी नहीं लगवाया कोरोना का सतर्कता डोज

कोविड के सात नए मरीज मिले तो छह पूरी तरह से ठीक भी हुए

इंदौर। सोमवार को शहर में कोरोना के सात नए मरीज मिले। राहत की बात यह है कि इस दिन 6 मरीजों ने बीमारी को पूरी तरह से हराया और कोरोना मुक्त भी हुए। वर्तमान में इंदौर में कोरोना उपचाररत मरीजों की संख्या 43 है। इनमें से इक्का-दुक्का को छोड़कर शेष में बीमारी के कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं।
शहर में सोमवार को 97 नमूनों की जांच की गई। इनमें से 7 संक्रमित मिले हैं। यानी जांचा जाने वाला हर 14वां नमूने में कोविड 19 संक्रमण मिल रहा है। बावजूद इसके विभाग नमूनों की संख्या नहीं बढ़ा रहा है। इंदौर में अब तक 3880883 सैंपल जांचे जा चुके हैं। इनमें से 212687 में कोरोना की पुष्टि हुई है। इन संक्रमितों में से 211174 पूरी तरह से ठीक होकर बीमारी को हरा चुके हैं।
डाक्टरों के अनुसार कोरोना टीके की वजह से शरीर में बनने वाली एंटीबाडी का ही असर है कि कोरोना के मरीजों में कोई गंभीर लक्षण नजर नहीं आ रहे। जिन लोगों ने कोरोना के सभी टीके लगवा लिए हैं वे संक्रमित भी हो रहे हैं तो उनमें कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं। दरअसल टीके की वजह से शरीर में बनी एंटीबाडी वायरस का हमला होने पर स्वत: उससे लड़कर उसे खत्म कर देती है।

नहीं लगवाया सतर्कता डोज

इंदौरियों ने कोरोना के पहले और दूसरे टीके को लेकर तो जबरदस्त उत्साह दिखाया लेकिन कोरोना के सतर्कता डोज को लेकर लापरवाही नजर आई। शहर में तीस लाख से ज्यादा लोग हैं जिन्होंने कोरोना का पहला और दूसरा टीका लगवा लिया है लेकिन इनमें से सिर्फ पांच लाख ने ही सतर्कता डोज लगवाया। यानी वर्तमान में शहर में 25 लाख के लगभग लोग हैं जिन्हें अब तक सतर्कता डोज नहीं लगा है। इंदौर में फिलहाल एक भी कोरोना टीकाकरण केंद्र संचालित नहीं हो रहा है।