इंदौर में निजी अस्पतालों में माकड्रिल करने नहीं पहुंचे स्वास्थ्य अधिकारी
सीएमएचओ नहीं पहुंचे तो इंदौर के 92 निजी अस्पतालों ने खुद रिपोर्ट तैयार कर उन्हें भेज दी
इंदौर। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इंदौर में सोमवार को शासकीय अस्पतालों में माकड्रि्ल की गई। सीएमएचओ सैत्या पीसी सेठी अस्पताल और शासकीय सर सेठ हुकमचंद अस्पताल में आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी देखने पहुंचे। लेकिन इंदौर के निजी अस्पतालों में जांच करने नहीं पहुंचे। जबकि निजी अस्पतालों में भी कोरोना के मरीजों का इलाज होता है।
जब सीएमएचओ सुबह से शाम तक निजी अस्पतालों में नहीं पहुंचे तो 92 अस्पतालों ने खुद ही रिपोर्ट तैयार की और उन्हें भेज दी। अब इन रिपोर्ट को ही सही मानते हुए पोर्टल पर चढ़ाया जा रहा है। यदि इस तरह से दिखावे की माकड्रिल की जाएगी तो कैसे शहर की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार हो पाएगा। मेदांता, विशेष जुपिटर, सीएचएल अस्पताल सहित 92 निजी अस्पतालों ने अपनी रिपोर्ट भेजी है, उन रिपोर्ट में उन्होंने संपूर्ण व्यवस्थाओं को सही बताया है। इन रिपोर्ट को सत्य माना जाता है तो ऐसे में यदि किसी अस्पताल में खामियां भी होंगी तो वह पता नहीं चल पाएगा।
शासकीय अस्पतालों में मिली अच्छी व्यवस्था
पीसी सेठी और शासकीय सर सेठ हुकुमचंद अस्पताल में माकड्रिल करने पहुंचे सीएमएचओ को यहां की व्यवस्था अच्छी मिली है। सीएमएचओ ने अस्पतालों की बेड क्षमता, आइसोलेशन बेड, आक्सीजन युक्त आइसोलेशन बेड, आइसीयू और वेंटीलेटर, उपलब्ध डाक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, आयुष डाक्टर, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की संख्या, एंबुलेंस की उपलब्धता देखी। हालांकि, उन्हें यहां पर कोई खामियां नजर नहीं आई। वहीं, हुकुमचंद अस्पताल में जब सीएमएचओ पहुंचे तो आक्सीजन प्लांट पर कोई टेक्निशियन नहीं था। जबकि माकड्रिल गाइडलाइन के हिसाब से आक्सीजन प्लांट निरीक्षण के दौरान टेक्निशियन भी साथ होना चाहिए।