माकड़ोन में वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों का हमला

उज्जैन। वृक्षारोपण के लिये वन विभाग की टीम जगह देखने पहुंची थी, उसी दौरान वन विभाग की जमीन पर गुर्जर समाज के लोगों का कब्जा होना सामने आया। टीम ने अपनी जगह को लेकर ग्रामीणों से बात करने का प्रयास किया तो चार लोगों ने आकर हमला कर दिया। टीम के चार सदस्यों ने भागकर अपनी जान बचाई लेकिन टीम अधिकारी घायल हो गया। पुलिस ने चार लोगों पर मामला दर्ज कर तलाश शुरू की है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी वन मंडल तराना के रेंजर राकेश गोणेकर विभाग के 4 कर्मचारी वनरक्षक नीरज उज्जैनीय, कालूसिंह चौहान, लोकेश राठौर और साजिद खान के साथ मंगलवार को बीट यू-8 उमराझार शाम के समय पहुंचे थे। जहां वृक्षारोपण के लिये जगह तलाश की जा रही थी। तभी देवीखेड़ा में भ्रमण के दौरान वन विभाग की जमीन पर कब्जा होना सामने आया। पता लगाने पर गुर्जर समाज के लोगों द्वारा कब्जा किये जाने जानकारी लगी। वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों चर्चा करने का प्रयास किया तभी वहां कब्जा करने वाले ग्राम में बद्री पिता बापू, रामेश्वर पिता बद्री, दशरथ पिता बद्री और कमल पिता थावर आ गये और विवाद करते हुए पथराव शुरू कर दिया। चारों ने लाठिया निकल ली थी और चिल्ला रहे थे कि बंदूक लाओ। पथराव में वन रक्षको ने भाग कर जान बचाई और हमले का वीडियो बनाया। इस बीच रेंजर राकेश गोणेकर पत्थर लगने से घायल हो गये। माकडोन टीआई कृष्णकांत तिवारी ने बताया कि वन विभाग की टीम पर हमले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। हमला करने वाले भाग निकले थे। मामले में घायल राकेश गोणेकर की शिकायत पर चारों ग्रामीणों के खिलाफ धारा 353, 332, 186, 189, 294, 506, 34 में प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि जिस जमीन पर कब्जा होना सामने आया है वह शासकीय है और पूर्व में वन विभाग की ओर से कब्जा हटाने का नोटिस भी जारी किया जा चुका था। टीआई के अनुसार चारों गांव छोड़कर भाग निकले थे, लेकिन जल्द गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा।