अब महाकाल की सभी आरती में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित

उज्जैन। 

महाकाल मंदिर में अब श्रद्धालु आरतियों के दौरान मौजूद नहीं रह सकेंगे। इस पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। अभी आरतियों के दौरान मंदिर में मौजूद श्रद्धालु नंदीहॉल या पीछे बने बेरिकेड्स में खड़े हो जाते थे। इससे भीड़ हो रही थी तथा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हो पा रहा था।

इसको ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने आरतियों के दौरान श्रद्धालुओं को परिसर में ही रोकने के आदेश दिए है। मंदिर प्रबंध समिति की सहायक प्रशासक एवं तहसीलदार पूर्णिमा सिंघी ने बताया कि श्रद्धालुओं के एक जगह खड़े होने से धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने का अंदेशा रहता है। अभी कोरोना से सुरक्षा का पूरा ध्यान रखाजा रहा हैं। इसलिए कलेक्टर के आदेश पर आरतियों के दौरान श्रद्धालुओं को खड़े रहने की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया है। मंदिर में होने वाली आरतियों के समय श्रद्धालुओं को परिसर में ही रोकेंगे तथा इसमें भी दूरी का खास ध्यान रखा जाएगा ताकि एक जगह भीड़ ना हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भीकराया जा सके।

भस्मारती व शयन आरती में प्रवेश पर पहले से रोक

महाकाल की रोज तड़के 4 बजे होने वाली भस्मारती व रात 10.30 बजे होने वाली शयन आरती में आम श्रद्धालु के प्रवेश पर पूर्व से ही रोक लगी हुई है। वर्तमान में सुबह 7 बजे की दद्योदक आरती, सुबह 10 बजे की भोग आरती, शाम 5 बजे की संध्या पूजा व शाम 7 बजे की संध्या आरती के दौरान आम श्रद्धालुओं का प्रवेश जारी था। अब इसमें भी रोक लगा दी गई है।