राजस्थान-मप्र में बारिश-बाढ़ का कहर : ग्वालियर-चंबल के 1225 गांव प्रभावित, 2000 लोगों का रेस्क्यू जारी, कोटा में बारिश ने 43 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
ब्रह्मास्त्र ग्वालियर/कोटा। मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई इलाके भारी बारिश और बाढ़ से बेहाल हैं। मप्र में ग्वालियर-चंबल अंचल के 1225 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। करीब दो हजार लोगों को बचाने की कोशिश में सेना और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं। उधर राजस्थान में भी मानसून अब कहर बनकर टूट पड़ा है। कोटा, बूंदी और धौलपुर में बाढ़ के हालात हैं। कोटा में हुई 8 इंच बारिश ने 43 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उधर वढ के भी 9 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं।
मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री ने आपात बैठक बुलाई
राज्य के ग्वालियर-चंबल अंचल के शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, भिंड, मुरैना और ग्वालियर बाढ़ से बेहाल हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित 90 गांव शिवपुरी के हैं। रोजी-रोटी की तलाश में अब हजारों लोगों का पलायन भी शुरू होग गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गुरुवार को होने वाली तमाम बैठकें और कार्यक्रम रद्द कर आज कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है। इसमें बाढ़ पर चर्चा के साथ पहले अनुपूरक बजट को मंजूरी मिल सकती है।
श्योपुर और शिवपुरी में आॅरेंज, गुना में रेड अलर्ट
अगले 24 घंटे के दौरान गुना को छोड़कर ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश का अनुमान मौसम केंद्र भोपाल ने जारी किया है। श्योपुर और शिवपुरी में आॅरेंज और गुना में रेड अलर्ट जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मानसून ट्रफ लाइन दक्षिण उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है। जिसकी वजह से बारिश हो रही है।