इंदौर के सफाई माडल का मुरीद हुआ नेपाल, नगर निगम की लेगा मदद
इंदौर। नेपाल इंदौर का सफाई माडल अपनाएगा। नेपाल की राजधानी काठमांडू के अलावा ललितपुर में भी इंदौर जैसे कचरा प्रसंस्करण संयंत्र लगाए जाएंगे। देवी अहिल्या की ख्याति नेपाल में भी है। उनकी पशुपतिनाथ मंदिर के प्रति आस्था थी। नेपाल के राजपरिवार से भी उनके संबंध थे। इंदौर से नेपाल का रिश्ता मामा-भांजे जैसा है।
यह बात नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड के अवलोकन के दौरान कही। उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से कहा कि इंदौर जैसा कचरा प्रसंस्करण संयंत्र काठमांडू में लगाने के लिए इंदौर नगर निगम की मदद लेंगे। प्रधानमंत्री प्रचंड शाम सवा पांच बजे ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचे। उन्होंने जैविक अपशिष्ट से बायो सीएनजी बनाने वाले एशिया के सबसे बड़े संयंत्र का अवलोकन किया। उन्हें बताया गया कि यह संयंत्र गोबरधन योजना के अंतर्गत निर्मित है। 20 मिनट तक समझी पूरी योजना। नेपाल के प्रधानमंत्री ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से संयंत्र की जानकारी भी ली और मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ जैविक अपशिष्ट से बायो सीएनजी बनाने की प्रक्रिया देखी और जानकारी ली।
इंदौर में एक भी कचरा पेटी नहीं
उन्हें बताया गया कि इंदौर में एक भी कचरा पेटी नहीं है। शत प्रतिशत कचरा घर-घर से एकत्रित कर ट्रेंचिंग ग्राउंड लाया जाता है। प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक पूरी योजना समझी। उन्होंने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र भी देखा। प्रधानमंत्री को महापौर ने मां अहिल्याबाई होलकर का स्मृतिचिह्न भेंट किया। इस दौरान मंत्री तुलसी सिलावट और निगमायुक्त हर्षिका सिंह भी मौजूद थीं।