करणी सेना के नेता की मौत : दो अनसुलझे सवालों पर टिकी जांच
इंदौर। कनाड़िया में करणी सेना के पदाधिकारी की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई थी। बंद कार में उनके शरीर पर दो गोली लगी हुई मिली। अस्पताल में मौत के बाद पुलिस अफसर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। पूरे घटनाक्रम में सीसीटीवी और कॉल डिटेल के साथ एफएसएल रिपोर्ट को लेकर अफसर काम कर रहे हैं। पुलिस के सामने पूरे घटनाक्रम से जुड़े दो अनसुलझे सवाल जांच के घेरे में हैं। इधर शुक्रवार को सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी इंदौर एक प्रोग्राम में शामिल होने आए थे।
उन्होंने करणी सेना के पदाधिकारी की मौत को हत्या बताया। जिसमें सरकार से गंभीरता से जांच करने की मांग की है। डीसीपी अभिषेक आनंद ने कनाड़िया बिसनावदा ग्राम में रहने वाले करणी सेना के पदाधिकारी मोहित पुत्र दिलीप पटेल की मौत की गुत्थी सुलझाने की लिए अलग-अलग टीमें बनाई है। जिसमें सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और एफएसएल रिपोर्ट के साथ परिवार और दोस्तों से जानकारी इकट्ठा कर रही है। पुलिस अभी तक इसे आत्महत्या ही मानकर चल रही है। लेकिन पुलिस के सामने आत्महत्या की वजह और शरीर पर गोली के दो निशान अभी भी बड़ा सवाल बने हुए हैं।
सीसीटीवी में दिखी गाड़ियां
कनाड़िया पुलिस की टीम ने घर से मोहित के निकलने के बाद लगातार सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें शकुंतला अस्पताल रोड़ पर मोहित की कार निकलती हुई दिखाई दी। इसके बाद बारी-बारी से कई गाड़ियां निकली। लेकिन मोहित की कार के पास किसी अन्य कार के टायर के निशान पुलिस को नही मिले थे।
सबसे पहले पहुंचने वाले दोस्तों की कार भी बाद में ही आती दिखाई दी थी। एक चौकीदार से भी पुलिस ने पूछताछ की। उसने मोहित की कार के पास दोस्तों की कार के अलावा किसी अन्य की कार को आते-जाते नही देखा था।