उज्जैन कांग्रेस के लिए संजीवनी : पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू क्षेत्र में फिर सक्रिय

उज्जैन। शहर कांग्रेस के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू उज्जैन में पुन: सक्रिय हुए हैं। रविवार को प्रेमचंद गुड्डू बैरवा समाज के परिचय सम्मेलन में शामिल हुए। उसके बाद उन्होंने कहा कि 2023-24 के चुनावों में उज्जैन में सक्रियता के साथ काम करेंगे। एक- एक कार्यकर्ता के घर जाकर एकजुट करेंगे।
पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से नाराज होकर भाजपा में चले गए थे और फिर सरकार बनने पर पुन: कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसी दौरान पुन: भाजपा की सरकार बन गई और उन्होंने उज्जैन में सक्रियता कम करते हुए इंदौर- सांवेर की ओर रुख कर लिया था। उज्जैन कांग्रेस में गुड्डू की कमी हमेशा से खल रही थी। खास तौर पर इसलिए क्योंकि कांग्रेस के पास उनके जाने के बाद दलित नेता के रूप में सिर्फ महेश परमार का ही चेहरा बचा था और परमार के महापौर चुनाव हारने के बाद उज्जैन में प्रेमचंद गुड्डू की कमी काफी खल रही थी। अब पार्टी के पास दलित नेता के रूप में महेश परमार के बड़े विकल्प के रूप में प्रेमचंद गुड्डू भी है, जिन्हें जरूरत पड़ने पर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है। यूं भी महेश परमार की तराना विधानसभा क्षेत्र में मजबूत स्थिति मानी जा रही है। समर्थक महेश परमार की विधानसभा चुनाव में जीत लगभग तय मान रहे हैं। ऐसे में पार्टी कभी नहीं चाहेगी कि चुने हुए विधायक को हटाकर सांसद का टिकिट दे। वहीं गुड्डू के आने से सिर्फ उज्जैन शहर ही नहीं बल्कि पूरे संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। वहीं जरूरत पड़ने पर पार्टी गुड्डू को आलोट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा सकती है, खैर जो भी हो लेकिन गुड्डू की उज्जैन वापसी से कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल है। गुड्डू की सक्रियता कांग्रेस के लिए संजीवनी की तरह है।