वसूली में जुटी ट्राफिक पुलिस : एसआई को हर माह 180, एएसआई को रोज 12 बनाना है चालान

इधर सड़कों पर लगातार लग रहा जाम

इंदौर। शहर में सड़कों और चौराहों पर ट्रैफिक जाम बड़ी समस्या बन गया है। इसकी वजह यह है कि ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी छोड़कर चालान बनाने में व्यस्त है। चौराहों पर पुलिस की टोली रसीद कट्‌टा लेकर चालान बनाने में इस तरह जुट जाती है कि वाहन किधर से किधर जा रहे, कोई फर्क नहीं पड़ता। मुख्यमंत्री तक भी यह शिकायत पहुंची है कि ट्रैफिक पुलिस सिर्फ चालान बनाने में लगी रहती है।
साल 2023 के शुरुआती तीन महीनों में पुलिस ने बीते दो सालों की तुलना में ढाई गुना चालानी कार्रवाई की है। इस दौरान 2 करोड़ 99 लाख 49 हजार रुपए जनता से जुर्माने के रूप में वसूले हैं। 2021 में सालभर में 25 हजार 258 चालान काटे थे। इसमें 1 करोड़ 17 लाख 3 हजार 250 रुपए की राशि वसूली थी। 2022 में 24 हजार 106 चालान काटे और 1 करोड़ 28 लाख 29 हजार 250 की चालानी राशि वसूली गई। ये आंकड़े बताते हैं कि पुलिस का मुख्य लक्ष्य ट्रैफिक व्यवस्था सुधारना नहीं, सिर्फ चालान से वसूली करना है।
ट्रैफिक एसआई (सूबेदार) को महीने के 180 चालान का लक्ष्य है। यदि वह वीवीआईपी ड्यूटी में भी होता है तो उसे भरपाई अगले दिन करना होती है। एएसआई और जवान को हर दिन कम से कम 12 चालान का लक्ष्य है।

जहां चालान, वहीं ज्यादा जाम

अग्रसेन चौराहा, नौलखा, टॉवर चौराहा, राजीव गांधी प्रतिमा, बंगाली चौराहा, खजराना, बापट, विजय नगर चौराहा, बड़ा गणपति चौराहा, यशवंत रोड चौराहा, गीताभवन चौराहा और पलासिया चौराहा पर ट्रैफिक पुलिस नजर आती है, लेकिन यहां तैनात जवान चालानी कार्रवाई में ही व्यस्त रहते हैं। इन चौराहों पर ही सबसे ज्यादा जाम लगता है। इसी तरह 10 प्रमुख मार्ग, जहां रेंगते हुए चलते हैं।