फरियादी को ही आरोपी बनाकर लक्ष्मीदर्शन के लिए लालायित महिला एसआई – 50 हजार रू. के लिए दबाव बना रही महिला, मां ने अपने बेटे को बचाने के लिए लगाई एसपी से गुहार
– मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने दिए जांच के आदेश
ब्रह्मास्त्र शाजापुर। जिले में इन दिनों साईबर क्राईम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जिसकी चपेट में शहर के कई युवा आ चुके हैं। जिसमें फर्जी आईडी से युवाओं की अश्लील तस्वीरें बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठे जा रहे हैं जिसके शिकार कई युवा हो चुके हैं। इन मामलों में ब्लेकमेलिंग और ठगी से बचने के लिए पीड़ित पुलिस का दरवाजा खटखटा रहे हैं, ताकि उन्हें ब्लेकमेलरों से निजात मिल सके। लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों ने लोगों की इस गुहार को कमाई जरिया बनाकर लक्ष्मीदर्शन का रास्ता निकाल लिया है। वहीं एक शिकायतकर्ता को साईबर क्राईम करने वालों के साथ-साथ पुलिस ने भी अपना शिकार बना लिया है। पुलिस का शिकार हुए एक युवक की मां ने अपने बेटे को बचाने के लिए पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़िता ममता मालवीय ने एसपी पंकज श्रीवास्तव को दिए गए आवेदन में बताया कि मेरे पुत्र सौरभ मालवीय के मोबाइल से उसके दोस्तों द्वारा अश्लील फोटो वायरल कर दिए थे, जिसकी शिकायत मेरे पुत्र द्वारा 10 जून को थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में मेरे बेटे के मोबाइल नंबर पर अंजान नंबरों से मेरे स्वयं के बेटे की अश्लील तस्वीरें और चेटिंग वायरल की जा रही थी। जिसकी शिकायत मेरे द्वारा फिर 2 जुलाई को कोतवाली में दोबारा शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस द्वारा मेरे दोस्तों और जिन नंबरों से मेरे बेटै के मोबाइल पर अश्लील वीडियो और फोटो आ रहे थे उनकी जांच न करते हुए पुलिस ने मेरे बेटे पर ही अपराध दर्ज कर दिया और मेरे दोस्तों को छोड़ दिया। लेकिन मेरे बेटे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में तीन दिन का रिमांड मांगकर मेरे बेटे सौरभ मालवीय के साथ मारपीट कर उसे प्रताड़ित किया। जिससे उसे कमर में चोंट आई, जिसका ईलाज सिटी अस्पताल में मेरे द्वारा कराया गया। इसके बाद मैने थाने में पदस्थ महिला एसआई रविता चौधरी और दो आरक्षकों से गुहार लगाई कि मेरे बेटे को मत मारो वह निर्दाेष है। उन्होेंने मेरी बात तो मान ली, लेकिन उसके एवज में 30 हजार रू. लिए और अब भी उक्त महिला अधिकारी द्वारा 50 हजार रू. के लिए हम पर दबाव बनाया जा रहा है। महिला अधिकारी का कहना है कि अभी भी तुम्हारे मोबाईल से अश्लील फोटो अपलोड हो रहे हैं। यदि तुमने 50 हजार रू. नहीं दिए तो तुम्हारे बेटे को झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही है। जबकि मेरा और मेरे बेटे का मोबाईल पुलिस थाने में ही जब्त है।
पुलिस अधीक्षक ने दिए जांच के आदेश
महिला द्वारा मामले में 2 अगस्त को जब एसपी पंकज श्रीवास्तव को शिकायती आवेदन देकर अपनी आप बीती सुनाई और बताया कि मेरा बेटा निर्दाेष है और कोतवाली में पदस्थ महिला अधिकारी रविता चौधरी द्वारा पहले 30 हजार रू. की मांग की गई थी जो हम उन्हें दे चुके हैं, लेकिन अब उनके द्वारा हमसे 50 हजार रू. की फिर मांग की जा रही है। महिला की बात सुनने के बाद एसपी श्री श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यालय उप अधीक्षक महिला प्रकोष्ठ को निष्पक्ष जांच करने के आदेश दिए हैं।
आईजी तक पहुंचा मामला
एसपी पंकज श्रीवास्तव से न्याय की गुहार लगाने के बाद महिला ममता मालवीय ने मामले को लेकर पुलिस महानिरीक्षक को भी मामले से अवगत कराते हुए शिकायती आवेदन दिया है। जिसमें महिला ने अपनी आप बीती सुनाते हुए महिला एसआई द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने तथा एक बार पैसे लेने के बाद दोबारा पैसे की मांग किए जाने की बात कही है। महिला ने पुलिस महानिरीक्षक को दिए गए आवेदन में कार्रवाई की मांग की है।
इनका कहना है…
उक्त महिला द्वारा एसआई रविता चौधरी के खिलाफ पैसे की मांग करने संबंधी शिकायत प्राप्त हुई है। शिकायत को लेकर मेरे द्वारा उप अधीक्षक महिला प्रकोष्ठ को निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। जांच में यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– पंकज श्रीवास्तव, एसपी-शाजापुर
थाने में पदस्थ एसआई रविता चौधरी के खिलाफ एक शिकायती आवेदन पर फरियादी के बयान लिए जा चुके हैं। हार्ड कॉपी निकलवाकर फरियादी के हस्ताक्षर करवाए जाना है। उक्त मामले में निष्पक्ष जांच कर प्रतिवेदन एसपी महोदय को भेज दिया जाएगा।
– संदीप मालवीय, महिला सेल प्रभारी-शाजापुर
सौरभ मालवीय के खिलाफ शिकायत हुई थी, जिसकी जांच कर मेरे द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था और मेरे खिलाफ जो भी पैसे के लेनदेन की बात या शिकायत हुई है वह निराधार है। मेरे द्वारा उक्त महिला से कोई पैसे नही लिए गए हैं।
– रविता चौधरी, महिला एसआई-कोतवाली-शाजापुर
ब्रह्मास्त्र शाजापुर। जिले में इन दिनों साईबर क्राईम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जिसकी चपेट में शहर के कई युवा आ चुके हैं। जिसमें फर्जी आईडी से युवाओं की अश्लील तस्वीरें बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठे जा रहे हैं जिसके शिकार कई युवा हो चुके हैं। इन मामलों में ब्लेकमेलिंग और ठगी से बचने के लिए पीड़ित पुलिस का दरवाजा खटखटा रहे हैं, ताकि उन्हें ब्लेकमेलरों से निजात मिल सके। लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों ने लोगों की इस गुहार को कमाई जरिया बनाकर लक्ष्मीदर्शन का रास्ता निकाल लिया है। वहीं एक शिकायतकर्ता को साईबर क्राईम करने वालों के साथ-साथ पुलिस ने भी अपना शिकार बना लिया है। पुलिस का शिकार हुए एक युवक की मां ने अपने बेटे को बचाने के लिए पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़िता ममता मालवीय ने एसपी पंकज श्रीवास्तव को दिए गए आवेदन में बताया कि मेरे पुत्र सौरभ मालवीय के मोबाइल से उसके दोस्तों द्वारा अश्लील फोटो वायरल कर दिए थे, जिसकी शिकायत मेरे पुत्र द्वारा 10 जून को थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में मेरे बेटे के मोबाइल नंबर पर अंजान नंबरों से मेरे स्वयं के बेटे की अश्लील तस्वीरें और चेटिंग वायरल की जा रही थी। जिसकी शिकायत मेरे द्वारा फिर 2 जुलाई को कोतवाली में दोबारा शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस द्वारा मेरे दोस्तों और जिन नंबरों से मेरे बेटै के मोबाइल पर अश्लील वीडियो और फोटो आ रहे थे उनकी जांच न करते हुए पुलिस ने मेरे बेटे पर ही अपराध दर्ज कर दिया और मेरे दोस्तों को छोड़ दिया। लेकिन मेरे बेटे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में तीन दिन का रिमांड मांगकर मेरे बेटे सौरभ मालवीय के साथ मारपीट कर उसे प्रताड़ित किया। जिससे उसे कमर में चोंट आई, जिसका ईलाज सिटी अस्पताल में मेरे द्वारा कराया गया। इसके बाद मैने थाने में पदस्थ महिला एसआई रविता चौधरी और दो आरक्षकों से गुहार लगाई कि मेरे बेटे को मत मारो वह निर्दाेष है। उन्होेंने मेरी बात तो मान ली, लेकिन उसके एवज में 30 हजार रू. लिए और अब भी उक्त महिला अधिकारी द्वारा 50 हजार रू. के लिए हम पर दबाव बनाया जा रहा है। महिला अधिकारी का कहना है कि अभी भी तुम्हारे मोबाईल से अश्लील फोटो अपलोड हो रहे हैं। यदि तुमने 50 हजार रू. नहीं दिए तो तुम्हारे बेटे को झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही है। जबकि मेरा और मेरे बेटे का मोबाईल पुलिस थाने में ही जब्त है।
पुलिस अधीक्षक ने दिए जांच के आदेश
महिला द्वारा मामले में 2 अगस्त को जब एसपी पंकज श्रीवास्तव को शिकायती आवेदन देकर अपनी आप बीती सुनाई और बताया कि मेरा बेटा निर्दाेष है और कोतवाली में पदस्थ महिला अधिकारी रविता चौधरी द्वारा पहले 30 हजार रू. की मांग की गई थी जो हम उन्हें दे चुके हैं, लेकिन अब उनके द्वारा हमसे 50 हजार रू. की फिर मांग की जा रही है। महिला की बात सुनने के बाद एसपी श्री श्रीवास्तव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यालय उप अधीक्षक महिला प्रकोष्ठ को निष्पक्ष जांच करने के आदेश दिए हैं।
आईजी तक पहुंचा मामला
एसपी पंकज श्रीवास्तव से न्याय की गुहार लगाने के बाद महिला ममता मालवीय ने मामले को लेकर पुलिस महानिरीक्षक को भी मामले से अवगत कराते हुए शिकायती आवेदन दिया है। जिसमें महिला ने अपनी आप बीती सुनाते हुए महिला एसआई द्वारा लगातार प्रताड़ित किए जाने तथा एक बार पैसे लेने के बाद दोबारा पैसे की मांग किए जाने की बात कही है। महिला ने पुलिस महानिरीक्षक को दिए गए आवेदन में कार्रवाई की मांग की है।
इनका कहना है…
उक्त महिला द्वारा एसआई रविता चौधरी के खिलाफ पैसे की मांग करने संबंधी शिकायत प्राप्त हुई है। शिकायत को लेकर मेरे द्वारा उप अधीक्षक महिला प्रकोष्ठ को निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। जांच में यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– पंकज श्रीवास्तव, एसपी-शाजापुर
थाने में पदस्थ एसआई रविता चौधरी के खिलाफ एक शिकायती आवेदन पर फरियादी के बयान लिए जा चुके हैं। हार्ड कॉपी निकलवाकर फरियादी के हस्ताक्षर करवाए जाना है। उक्त मामले में निष्पक्ष जांच कर प्रतिवेदन एसपी महोदय को भेज दिया जाएगा।
– संदीप मालवीय, महिला सेल प्रभारी-शाजापुर
सौरभ मालवीय के खिलाफ शिकायत हुई थी, जिसकी जांच कर मेरे द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था और मेरे खिलाफ जो भी पैसे के लेनदेन की बात या शिकायत हुई है वह निराधार है। मेरे द्वारा उक्त महिला से कोई पैसे नही लिए गए हैं।
– रविता चौधरी, महिला एसआई-कोतवाली-शाजापुर