जनभागीदारी से होगा इंदौर के सिरपुर तालाब और यशवंत सागर रामसर साइट का विकास

 

इंदौर। यशवंत सागर और सिरपुर तालाब सहित रामसर साइट में शामिल 75 स्थानों को जनभागीदारी से और अधिक विकसित किया जाएगा। यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सिरपुर तालाब साइट के वर्चुअल निरीक्षण के अवसर पर कही।
प्रधानमंत्री के वर्चुअली संबोधन को सुनने के लिए सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी सिरपुर तालाब साइट पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि गत नौ वर्षों में ग्रीन एनर्जी को लेकर बहुत काम हुआ है। सोलर प्लांट, एलईडी बल्ब से पर्यावरण संरक्षण तो हुआ ही है, बिजली के बिल में भी कमी आई है। पिछले नौ वर्ष में रामसर साइट की संख्या तीन गुना हो गई है। अमृत धरोहर योजना के अंतर्गत सभी रामसर साइट को जनभागीदारी के माध्यम से विकसित किया जाएगा।

यह होती हैं रामसर साइट

ऐसे आद्र भूमि के क्षेत्र, जो जैव विविधता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है उन स्थलों को रामसर संधि के तहत रामसर स्थल के रूप में चिह्नित किया जाता है ताकि उनका संरक्षण किया जा सके। भारत में वर्तमान में 75 रामसर स्थल हैं। रामसर संधि एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और वर्ष 1975 से लागू है। इसका उद्देश्य पृथ्वी पर स्थित आद्र भूमि (वेट लैंड) का संरक्षण करना है।