पर्यावरण संरक्षण से संवरेगा मानव जाति का भविष्य- त्रिपाठी

ब्यावरा। वर्तमान युग में पर्यावरण की रक्षा के लिए उम्र ढल गई, लेकिन हौसला आज भी जवां है। मगर वास्तव में पर्यावरण संरक्षण करने वाले कम ही लोग है। वे चंद लोग ऐसे हैं जो पर्यावरण और प्रकृति को बचाने के लिए अपना तन, मन, धन सब न्योछावर कर रहे हैं। विश्व पर्यावरण दिवस पर शहर के हृदय स्थल पीपल चौराहा पर पर्यावरण दिवस मातृ शक्ति जागरण मंच द्वारा मनाया गया। इस मौके पर पीपल चौराहे पर बालक बालिकाओं द्वारा पोस्टर स्लोगन पर्यावरण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन छात्रा श्रिया गौतम ने किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता विद्या भारती के प्रांतीय सहसचिव एडवोकेट चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, अध्यक्षता नपाध्यक्ष प्रतिनिधि, विशेष अतिथि के रूप में समाजसेवी कैलाश मिश्रा, नपा प्रभारी सीएमओ रईस खान उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एडवोकेट चंद्रकांत त्रिपाठी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और पर्यावरण शिक्षा की अनिवार्यता पर बताते हुए कहां कि सौरमंडल में केवल मात्र पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह हैं जिस पर जीवन संभव है। इसे नष्ट होने से बचाना है। तथा उस पर बसने वाले प्राणी मात्र को सुखजीवन उपलब्ध कराना सभी का दायित्व है। वहीं पर्यावरण बचाओ के लिए पेड और वनस्पति ही केवल कार्बन डाइआॅक्साइड को प्राणवायु आॅक्सीजन में परिवर्तन कर सकते हैं। यदि हमने पर्यावरण को विचार नहीं क्रांति के रूप में लेकर काम किया तो हम अपने अभियान में पूरी तरह सफल होंगे ।पर्यावरण का मतलब सिर्फ पौधे लगाना ही नहीं है। उनकी देखभाल करना लगातार उन्हें संवरक्षित करते हुए पोषित करना और अन्य लोगों को भी प्रेरित करना जरूरी है।
सिंगल यूज पॉलीथिन के उपयोग पर कार्रवाई हो: कार्यक्रम में पर्यावरण का संदेश देते हुए वरिष्ठ समाज सेवी केसी मिश्रा जी का कहना है कि सिंगल यूज पॉलीथिन के उपयोग पर सरकार ने कड़े नियम भी बनाए हैं जिनमें इसका उपयोग करने पर 20 हजार , 10 हजार तक का जुमार्ना व 5 साल की सजा दोनों ही दंड से दंडित करने का प्रावधान पॉलिथीन के उपयोग पर हैं। फिर भी पॉलिथीन के उपयोग पर सरकार के कड़े नियम बाद भी जिम्मेदार अधिकारी पालन नहीं करवा पा रहे हैं। जिस पर कार्रवाई होना चाहिए। डां मिश्रा ने इस दौरान पौधों के संरक्षण करने पर जोर दिया। वही शहर की जीवनदायिनी अजनार नदी के सुंदरीकरण के लिए किसी ठोस नीति पर एक मत होकर काम करने की जरूरत है, उन्होंने नदी के सुंदरीकरण के लिए कई सुझाव दिए जिस पर उपस्थित नागरिकों ने सहमति जताते हुए नई दिशा में काम करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में नपाध्यक्ष प्रतिनिधि पवन कुशवाहा ने पॉलिथीन को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वास्तव में पर्यावरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारको की तरह ना तो जिम्मेदारों का ध्यान है और ना ही आम जन का। ऐसे में लगातार हमारा जिला पर्यावरण की चपेट में है। इसकी प्रमुख वजह पॉलिथीन भी है। इसके पूर्व सभी समाजसेवियो व अधिकारियों ने अजनार नदी के घाट पर श्रमदान कर कचरा बाहर निकाला और नदी को साफ रखने और उसमे कचरा न डालने का संकल्प किया, इस दौरान समाजसेवी जेएल मारोठिया, एडव्होकेट नरेन्द्र कुमार शर्मा,रवि सुनेरी, मातृशक्ति रिंकू सनैरी, तृप्ती शर्मा, प्रिती गौतम, ज्योति शर्मा सहित अन्य समाजसेवी व कई बच्चे मौजूद रहे। इस दौरान हिंदू उत्सव समिति अध्यक्ष प्रिंस छाबड़ा, युवा शक्ति मंच संचालक राम भील ने अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस को लेकर संकल्प लिया और दिलाया। मंच द्वारा अतिथियों को पौधे देकर स्वागत किया।