पुलिस ‘सहयोग’ से गुंडों ने छीनीं दुकानें, कोतवाली टीआई लाइन हाजिर

 

इंदौर। कोतवाली थाना के टीआई मनोज मेहरा को लाइन हाजिर कर दिया है। टीआई की उन अपराधियों से साठगांठ मिली है जो व्यापारियों से दुकानें छीन रहे थे। सोमवार को ही व्यापारी संघ ने शिकायत की थी। जांच में गुंडों के विरुद्ध शिकायतें मिलीं, जिसे टीआई जांच के नाम पर दबा कर बैठे थे। जोन-3 के डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया ने टीआई के विरुद्ध जांच भी बैठा दी है, वहीं टीआई कह रहे हैं कि उन्होंने सारी कार्रवाई अधिकारियों को बता कर ही की थी।
देवी अहिल्या साउंड एंड लाइट विक्रेता संघ द्वारा सोमवार को आरोपी मनीष चौकसे और सुनील चौकसे के विरुद्ध शिकायत की थी। चौकसे बंधुओं ने साउंड एम्पोरियम के संचालक संजयसिंह मंड की दुकान पर कब्जा कर लिया। इंजीनियर और कारीगरों को धमका कर भगा दिया और दुकान पर ताला जड़ दिया। थाने पर शिकायत की, लेकिन टीआई मनोज मेहरा ने यह कहते हुए टाल दिया कि ऊपर से बुलवाना पड़ेगा।
मेंटेनेंस के नाम पर वसूली का आरोप
पुलिस आयुक्त मकरंद देऊस्कर को शिकायत के बाद पुलिस ने सुनील चौकसे को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मनीष फरार है। आरोपी साइकिल व्यवसाय की आड़ में व्यापारियों पर रौब झाड़ते हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर व्यापारियों ने बताया कि प्रेम ट्रेड सेंटर (पीटीसी) में आरोपित मेंटेनेंस के नाम पर हर माह ढाई लाख रुपये वसूलते हैं।

बड़े अफसरों के कहने पर दुकान मालिक पर की कार्रवाई

टीआई मनोज मेहरा के अनुसार, कुछ दिनों पूर्व दुकान मालिक हरीश पूर्वे के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेजा था। पूर्वे की दुकान में सिंदूरिया किरायेदार था। करीब 24 लाख रुपये किराया बकाया होने पर पूर्वे ने अपना ताला लगा दिया। अधिकारियों ने मुझ पर दबाव बनाकर दुकान मालिक को ही आरोपित बनवा दिया। कोतवाली थाना व्यापारिक क्षेत्र में आता है। जिन दुकानदारों का विवाद हुआ, वो सक्षम हैं। मैंने सारी कार्रवाई अधिकारियों को बता कर की थी। यहां टीआई ज्यादा दिन ठहर ही नहीं सकता। पूर्व में भी दो टीआई को अवैध वसूली और लापरवाही के कारण हटाया गया।