उड़ीसा ट्रेन हादसे के सभी मृतको को दस वर्षीय नो निहालो ने दी भाव्भीनी “श्रद्धाजलि”

उज्जैन। जावेद डिप्टी के नेतृत्व मे उज्जैन दस वर्ष व उससे से छोटे बच्चों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर मोंन् रखा इसी कड़ी मे पर्यावरण के महत्व को ले कर सप्ताहिक रूप मे जागरूकता व पौधा लगाने के संकल्प विश्व पर्यावरण दिवस को जागरूकता के साथ मनाया गया शाब्दिक अर्थ “परि” जो हमारे चारो ओर है ।”आवरण” घेरे हुए है परि +आवरण  पर्यावरण उन सभी भौतिक रासायनिक व जैविक। कारको की समष्टिगत एक इकाई है जो किसी जीव धारी अथवा परितंत्रीय आबादी को प्रभावित करते है उनके रूप जीवन और जीविता को तय है।

इस अवसर पर श्री जावेद डिप्टी ने बातया की विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है इसकी शुरुआत 1972 से हुई। पर्यावरण दिवस सकारात्मक बदलाव को प्रेरित करने का एक वैश्विक मंच है। इस संयुक्त राष्ट्र अन्तर्राष्ट्रीय दिवस 150 से अधिक देश भाग लेते है
दुनिया भर मे हमे मनाने का उद्देश्य पर्यावरण मे आ रही समस्याओं का समाधान कैसे खोजे जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, धोक होल इफेक्ट, ग्रीन हाऊस्,मिट्टी काटव,फैक्ट्रीया,विशेली गेस पर्यावरण प्रदुषण जागरूकता ।

प्रत्येक परिवार मे पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम के उपाय जागरूकता को पहुंचाना प्राथमिकता रखना उक्त कार्यक्रम के समापन अवसर पर । हमारे देश मे उडीसा में हुई ट्रेन दुर्घटना मे अपनी जान गंवाने वाले भारत देश के नागरिकों को हर एप्टीट्यूड ट्रेनिंग सेन्टर पर आत्मिय श्रधांजलि अर्पित कर शोक व्यक्त करा ।

इस अवसर पर अतिथि के रूप मे विधि विशेषज्ञ जावेद डिप्टी,अथिति युवा संत आचार्य काजी डॉ शमीम गजाली – संस्था की प्रबंधक फरहानाज़ खान ने संचालन एवं सहयोगी रेहान खान ओर वंशिका परमार,युसूफ डिप्टी शानवाज़ रेहमानी आदि भी मुख्य रूप से उक्त प्रोग्राम मे मौजूद रहे उपस्थित रहे।