फिर हंसता जोकर राजगिरा आटा बना जान का दुश्मन

उज्जैन। हंसता जोकर राजगिरे का आटा एक बार फिर परिवार की जान का दुश्मन बन गया। बुधवार दोपहर में पूड़ी बनाकर खाने से पांच सदस्यों की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें उपचार के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
इंदिरानगर के पास सागर कालोनी में रहने वाले चौहान परिवार ने आषाढ़ चतुर्थी का पर्व होने पर उपवास रखा था। दोपहर में परिवार ने घर के समीप शीतल किराना दुकान से हंसता जोकर राजगिरे का आटा के तीन पैकेट खरीदे। जिसकी पुड़िया बनाई गई। परिवार की सुगनबाई पति किशोरीलाल चौहान 60 वर्ष, उनकी बेटी आशा पति अखिलेश पंवार 30 वर्ष और तीन बहू पूनम पति राजेश चौहान 28 वर्ष, भावना पति विजय चौहान 26 वर्ष और शिवानी पति राजवीर चौहान 24 वर्ष ने पुड़ियों से फरियाल किया। कुछ देर बाद पांचों की तबीयत बिगड़ने लगी। मां-बेटी को उल्टियां होना शुरू हो गई। 2 बहूओं को घबराहट और चक्कर आने लगे। एक बेहोश हो गई थी। परिजनों ने शाम को सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। फूड पायजिंनिग का मामला सामने आने पर चिमनगंज थाना पुलिस जिला अस्पताल पहुंची और बयान दर्ज किये। सभी की हालत में सुधार होना सामने आया। गौरतलब हो कि एक माह पहले नलियाबाखल में रहने वाले मालवीय परिवार सामूहिक उपवास रखा था और हंसता जोकर राजगिरे आटे से बनी पुड़ियां खाई थी। जिसके बाद परिवार के 10 सदस्यों की तबीयत बिगड़ गई थी। खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राजगिरा आटा फैक्ट्री मसाला उद्योग पर दबिश देकर 3 हजार पैकेट जब्त किये थे। मसाल उद्योग को सील कर दिया गया था। उसके बावजूद भी बाजार में हंसता जोकर के पैकेट बेचे जा रहे हैं।