कार्रवाई करने तहसीलदार को करना पड़ा इंतजार
नागदा जं.। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए एसडीएम द्वारा गुरुवार से सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे। पुलिस व नपा विभाग के अधिकारियों की गैर मौजूदगी के कारण तहसीलदार को एक घंटे मौके पर बैठकर इंतजार करना पड़ा। पुलिस फोर्स कम होने के कारण सख्त कार्रवाई नहीं हो पाई। बिना मास्क के घूमने वालों के खिलाफ लगभग डेढ़ घंटे पुराने बस स्टैंड पर कार्रवाई करने के बाद सभी नदारद हो गए, जिससे कार्रवाई का कोई असर शहर में दिखाई नहीं दिया।कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर प्रशासन चिंतित हो गया है। अभी तक अधिकारी लोगों को समझाइश दे रहे थे। बुधवार को एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने मंडी, बिरलाग्राम व उन्हेल में अलग-अलग टीमें बनाकर गुरुवार से सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश लिखित में जारी किए थे। दल प्रभारी तहसीलदार आशीष खरे लगभग एक बजे पुलिस फोर्स के लिए थाने पहुंच गए थे। एसआइ हरिज्ञानसिंह के निधन के बाद मंडी पुलिस थाना अधिकारी व जवान श्रद्धांजलि अर्पित करने रतलाम जाने के कारण पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध नहीं होने के कारण आधे घंटे थाने में इंतजार किया। एक एसआइ व एक जवान को लेकर पुराने बस स्टैंड पर गए। वहां नपा के अधिकारी, कर्मचारी का एक घंटे इंतजार करना पड़ा। एसडीएम द्वारा नपा अधिकारियों को लताड़ लगाने के बाद एक घंटे बाद कार्रवाई करने के लिए कर्मचारी, अधिकारी पहुंचे। पर्याप्त पुलिस बल मौके पर नहीं होने के कारण कई बिना मास्क वाले सामने से निकल गए। लगभग डेढ़ घंटे कार्रवाई करने के बाद अधिकारी व कर्मचारी चले गए। बिरलाग्राम क्षेत्र में भी लगभग एक घंटा कार्रवाई में 30 चालान व 2 हजार रुपये के स्पाट फाइन कर वहां से भी टीम चली गई। गुरुवार की कार्रवाई ऐसी लग रही थी, जैसे अधिकारी रस्म अदायगी के लिए कार्रवाई कर रहे हैं। स्पाट फाइन कार्रवाई करने का अधिकार नपा को है। कार्रवाई के दौरान नपा के तीन कर्मचारी एक बाइक पर बिना मास्क के जा रहे थे। पुलिस ने रोका तो नपाकर्मियों ने उन्हें वहां से भगा दिया।