जननायक बनने के सफर पर सिंधिया, जनआशीर्वाद यात्रा उज्जैन संभाग के देवास से शुरू, 19 अगस्त को इंदौर में होगा समापन
ब्रह्मास्त्र इंदौर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहचान और छवि एक महाराजा वाली रही है, हालांकि देश की आजादी के बाद अब राजा और महाराजाओं के रुतबे का कोई अर्थ नहीं लेकिन देश को आजाद हुए इन 75 सालों में अभी भी कई ऐसे राजघराने हैं जिनका राजनीतिक रुतबा बरकरार है। अभी तक ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोग महाराज, महाराजा या श्रीमंत कहकर पुकारते रहे हैं, लेकिन सत्ता में बने रहने के लिए जनता के बीच आज के समय में छवि महाराजा की नहीं बल्कि जनसेवक की होनी चाहिए। कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद लगता है ज्योतिरादित्य सिंधिया इसी छवि को बनाने की दिशा में चल पड़े हैं। महाराजा की छवि से बाहर निकल कर अब वे एक जननायक बनने के सफर पर आज से हैं। ग्वालियर तरफ तो सिंधिया की छवि और प्रभाव है ही, उन्हें मालवा और निमाड़ में भी पसंद किया जाता है। यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सिंधिया अब जनता के बीच मालवा और निमाड़ में भी पहुंच रहे हैं। इस यात्रा से इंदौर व उज्जैन दोनों संभाग कवर हो जाएंगे। इंदौर – उज्जैन में सिंधिया का खासा प्रभाव है। आज सुबह सिंधिया इंदौर के देवी अहिल्या एयरपोर्ट पर विमानतल पर पहुंचे। यहां से वे सड़क मार्ग से देवास के लिए रवाना हो गए और अब वही से उनकी जनआशीर्वाद यात्रा शुरू हो रही है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में आज 17 अगस्त से जनआशीर्वाद यात्रा निकाली जा रही है। देवास के बाद यात्रा यात्रा शाजापुर पहुंचेगी। सिंधिया द्वारा रात्रि विश्राम इंदौर में किया जाएगा।
कल 18 अगस्त को यात्रा खरगोन जिले में पहुंचेगी, जहां रावेरखेड़ी में बाजीराव पेशवा के समाधि स्थल पर आयोजन है। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शामिल होने की संभावना है। फिलहाल सीएम का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। यात्रा खंडवा जिले से भी होकर गुजरेगी। दिनभर के दौरे के बाद सिंधिया फिर इंदौर में ही रात्रि विश्राम करेंगे। 19 अगस्त को इंदौर में ही यात्रा का आयोजन और समापन होगा। 19 अगस्त को सुबह 8.30 बजे सिंधिया भाजपा कार्यालय भी जाएंगे।