अधिक मास में भी लाखों लोग नि:शुल्क भस्मारती कर सकेंगे

 

– महाकाल मंदिर समिति का निर्णय, चलित व्यवस्था जारी रहेगी बंद नहीं करेंगे

दैनिक अवंतिका उज्जैन।  

इस बार श्रावण में अधिकमास आ रहा है। ऐसे में 60 दिन का श्रावण मास रहेगा और देशभर से लाखों श्रद्धालु महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन में उमड़ेंगे। खुशी की बात यह है लाखों श्रद्धालु भगवान महाकाल की दिव्य भस्मारती के नि:शुल्क दर्शन भी कर सकेंगे।

यह निर्णय मंदिर प्रबंध समिति ने हाल ही में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया। मंदिर के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि समिति श्रावण के अधिकमास और भादौ मास में भी चलित भस्मारती दर्शन व्यवस्था को जारी रखेगी। इसे बंद नहीं किया जाएगा। क्योंकि श्रावण के अधिकमास में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे। सभी को एक स्थान पर बैठाकर आरती दर्शन कराना संभव नहीं होगा। इसलिए चलित दर्शन जारी रखेंगे। जितने लोगों को अनुमति मिल जाएगी वे बैठकर आरती देखेंगे तथा शेष बड़ी संख्या में श्रद्धालु चलित दर्शन का लाभ भी ले सकेंगे। इसके लिए श्रद्धालु को मंदिर समिति से पूर्व से अनुमति लेने की भी जरूरत नहीं होगी।

श्रावण 4 जुलाई से, आधी रात से ही खुल जाएंगे पट 

श्रावण मास 4 जुलाई से शुरू होकर 11 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान मंदिर के प्रात:कालीन पट खुलने का समय प्रतिदिन सुबह 3 बजे से होगा तथा प्रत्येक सोमवार को मध्य रात 2.30 बजे से होगा। इस दौरान भस्मआरती की जाएगी व सोमवार को सुबह 5 बजे से व प्रतिदिन सुबह 6 बजे से आम दर्शन का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

भस्मारती में कार्तिकमंडप की 3 लाइन से चलित दर्शन होंगे

श्रावण व भादौ मास के दौरान मंदिर समिति प्रतिदिन भस्मआरती के दौरान कार्तिक मंडप की अंतिम 3 पंक्तियों से आम श्रद्धालुओं को चलित भस्मआरती के दर्शन कराने की व्यवस्था करेगी। कार्तिक व गणेश मंडप के शेष बेरिकेट्स में अनुमति प्राप्त श्रद्धालु बैठेंगे।

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