इंदौर में यह कैसी स्मार्ट सिटी ..? सड़क पर स्टॉर्म, ड्रेनेज लाइन अधूरी छोड़ी
दुकानों के तलघर में 4 फीट तक पानी भराया, हद हो गई लापरवाही की
इंदौर। 35 करोड़ की लागत से बड़ा गणपति चौराहा से कृष्णपुरा छत्री तक बनी स्मार्ट सिटी की सड़क की पोल शुरुआती बारिश में ही खुल गई। गुरुवार को महज 6 मिलीमीटर बारिश में ही दुकानों के तलघर में चार फीट तक पानी जमा हो गया। अधूरी स्टॉर्म वाटर लाइन और ड्रेनेज लाइन के कारण सड़क के पानी की निकासी नहीं हो सकी। व्यापारियों ने मोटर लगाकर पानी निकाला। शुक्रवार को गोराकुंड क्षेत्र के व्यापारी पीड़ा लेकर निगम के दफ्तर पहुंचे।
दरअसल, गोराकुंड चौराहे से शकर बाजार चौराहे तक स्टॉर्म वाटर लाइन का काम ठीक से नहीं किया गया। ड्रेनेज लाइन भी अधूरी है, केबल अधूरी डली है। संघवी मार्केट सहित आसपास की दुकानों में यह स्थिति बनी। व्यापारी बोले कि ऐसे तो हमारा माल खराब होगा। कहने को स्टॉर्म वाटर लाइन डली है, लेकिन उसे जोड़ा ही नहीं गया। 10 से ज्यादा दुकानों में ऐसी दिक्कत आ रही है।
खुद लाखों खर्च कर पेवर ब्लॉक लगवाए
इस सड़क पर 5 से 6 धर्मस्थल हैं, जिनके कारण उन हिस्सों का काम पूरा नहीं हो सका है। गोराकुंड चौराहे पर बाधक नहीं हटे तो निगम ने कांक्रीट कर दिया। संघवी मार्केट में स्थिति यह थी कि पेवर ब्लॉक का काम व्यापारियों ने खुद के खर्च पर किया है। दरअसल, यहां लाइन नहीं डलने के कारण निगम ने उस हिस्से पर पेवर नहीं लगवाए, वरना बाद में खोदना पड़ता। व्यापारियों का कहना था कि लंबे समय तक निगम के काम करने का इंतजार नहीं कर सकते थे, इसलिए खुद ही 4 लाख खर्च कर पेवर लगा लिए।
संगठन के सचिव अमन शर्मा ने कहा राजबाड़ा की ओर से प्रेशर से पानी आता है जो गोराकुंड की तरफ आता है लेकिन यहां लाइन बंद कर दी है। गोराकुंड से लाइनों को अहिल्यापुरा तक टर्न किया जाता है। वहां की सड़क का काम अभी शुरू नहीं हुआ तो वहां कोई स्टॉर्म वाटर लाइन डली नहीं है।