प्री मानसून की बारिश होने से किसान लगे खरीफ फसल की बोवनी में

रुनीजा। अभी मध्यप्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रीय नहीं हुआ है। तथा मानसून की बारिश का दौर भी प्रारंभ नहीं हुई है लेकिन मानसून के पूर्व कही कही प्री मानसून की अच्छी बारिश होने से मौसम में ठंडक घुल गई है ।और लोगों को गर्मी से काफी हद तक राहत मिल रही है । यहां तक की रात्रि में चलने वाले कूलर एसी भी अब बंद होने लगे हैं ।
लगातार दो दिन हुई कभी तेज कभी रिमझिम बारिश से रुनीजा, माधोपुरा, गजनीखेड़ी , तथा आसपास अंचल में अन्नदाता खरीफ फसल की बुवाई में लग चुके हैं। रविवार सुबह से क्षेत्र के अधिकांश किसान सोयाबीन की बोवनी को लेकर व व्यस्त हो गए कहीं कही अन्नदाता खाद व दवाई मिलाकर बीच उपचार करते नजर आए तो कहीं ट्रैक्टरों पर बीज की बोरियां रख कर खेतों की ओर चल पड़े । सुबह से लगाकर शाम तक क्षेत्र में मौसम खुला रहने से व खेतो में नमी अच्छी होने से बोवनी भी अच्छी हुई। इस संदर्भ में विश्वजीत सिंह राठौर ने बताया कि 15, 20 दिन पहले से ही खेत पूरी तरह खरीफ फसल सोयाबीन की बोनी के लिए तैयार कर लिए थे।
बस बारिश का इंतजार था और अभी लगातार दो दिन दिन हुई बारिश है दो-तीन इंच जमीन अंदर गली होने पर सोयाबी जो बोवनी का कार्य आज से प्रारंभ कर दिया है। वहीं कृषक मित्र सतीश नागर ने बताया कि क्षेत्र में अलग-अलग बारिश हुई है रतलाम रोड की तरफ मगरे पर पूर्व में भी अच्छी बारिश हो गई थी उसी बारिश के चलते कुछ किसानों ने पूर्व में ही सोयाबीन की बोनी कर दी थी। और अभी शुक्रवार शनिवार 2 दिन की बारिश में 2 से 3 इंच जमीन गीली हो चुकी हैं और सोयाबीन की बुवाई का कार्य किसान तेजी के साथ कर रहे हैं। इसी उम्मीद के साथ के अब एक-दो दिन में फिर बारिश हो जाएगी तो सोयाबीन की फसल बाहर निकल जाएगी। वही इस संदर्भ में कृषि विस्तार अधिकारी जितेंद्र सिंह सोलंकी से जब हमने चर्चा की तो उन्होंने बताया कि अभी तहसील में सभी दूर पर्याप्त बारिश नहीं हुई है लेकिन कहीं-कहीं अच्छी बारिश हो जाने से किसान भाई सोयाबीन की बोनी में लग चुके हैं लेकिन सभी किसान भाइयों को यही सलाह दी जाती है कि जब तक तीन से चार इंच बारिश नहीं हो जाए सोयाबीन या किसी भी प्रकार की फसल की बुवाई नहीं करें।