इंदौर के नेहरू पार्क में 10 साल बाद फिर शुरू हुई टॉय ट्रेन:’वंदे इंदौर’

बच्चे अब रोज लेंगे छुक-छुक ट्रेन का आनंद; बैठने के लिए 50 रुपये किराया

इंदौर। नेहरू पार्क में 10 साल से बंद पड़ी बच्चों की टॉय ट्रेन मंगलवार से फिर शुरू हो गई। शाम को मेयर पुष्यमित्र भार्गव व अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में इसका संचालन शुरू हुआ। मेयर ने टॉय ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर पार्क में आए बच्चों ने इसमें बैठकर छुक-छुक सफर का आनंद लिया। यह ट्रेन अब नियमित चलेगी।
इंदौर के बच्चों को समर्पित टॉय ट्रैन का नाम बच्चों के द्वारा रखा गया। टॉय ट्रेन को अब ‘वंदे इंदौर’ के नाम से जाना जाएगा। दरअसल, कार्यक्रम के दौरान महापौर भार्गव द्वारा एक प्रतियोगिता में बच्चों से ट्रेन का नाम रखने को कहा गया था, जिसमें 26 बच्चों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अलग अलग नाम दिए । इसमें से एक बच्चे विश्वेष शुक्ला द्वारा दिया गया नाम इस ट्रेन का रखा गया।

मेयर सहित अधिकारियों ने भी लिया आनंद

शुरूआत में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगम सभापति मुन्नालाल यादव, एमआईसी सदस्य नंदकिशोर पहाडिया सहित अन्य अधिकारी इसमें सवार हुए और ट्रेन का आनंद लिया। इस दौरान यहां आए लोगों ने वीडियो-फोटो भी शूट किए। इसके बाद इसमें बच्चों के बैठने की होड़ लग गई।
शहर में किए जा रहे विकास कार्यों की शृंखला में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इसे फिर से शुरू किया गया। शहर के बीचों बीच स्थित नेहरू पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण यहां चलने वाली टॉय ट्रेन है, जो 2013 से बंद थी। पिछले दिनों जोधपुर से रेल का इंजन और बोगियां विशालकाय ट्रॉले में नेहरू पार्क लाई गईं थी तथा इसका ट्रायल रन किया गया था। ट्रायल रन ठीक से रहने के बाद अब इसे शुरू किया गया है।
इंदौर स्मार्ट सिटी अधिकारी डॉ. डीआर लोधी ने बताया कि टॉय ट्रेन का किराया 50 रुपए तय किया गया है। नेहरू पार्क में चलने वाली टॉय ट्रेन के संचालन की जिम्मेदारी राजस्थान की एजेंसी को दी गई है। एजेंसी 60 लाख रुपए खर्च कर टाय ट्रेन को तैयार कर इंदौर लाई है।