आपसी मसले समाज में ही सुलझाएं, नशे के खिलाफ मुहिम चलाएं – शहर काजी

इन्दौर। समाज में आज छोटी-छोटी बातों पर घर-परिवार बिखर रहे हैं। मामूली बातों को लेकर पुलिस और अदालत के चक्कर लगा रहे हैं। हमे चाहिए कि सभी तरह के मसले समाज में ही सुलझा लिए जाएं। अब तो अदालतें भी हर समाज में सुलाहा सेंटर खोल रही है। हमें इन सेंटरों पर अपने मसले सुलझाकर समय और पैसे की बर्बादी से बचना चाहिए। साथ ही हमे नौजवानों को खोखला कर रहे नशे के खिलाफ मुहिम चलाना चाहिए।
यह आव्हान शहर काज़ी डॉ० मोहम्मद इशरत अली ने सदर बाजार ईदगाह से किया। मुस्लिम समाज आज ईदुल अजहा (बकरी ईद) को त्यौहार हर्षोउल्लास के साथ मना रहा है। सुबह से ही मुस्लिम बस्तियों में चहल-पहल है। नमाज के लिए शहर काजी को उनके निवास से शाही बग्धी में बैठाकर ईदगाह लाया गया। ईद की नमाज पहले समाजजनों को सम्बोधित करते हुए शहर काज़ी ने कहा कि आज मुस्लिम इलाकों में जगह-जगह नशा बेचा जा रहा है। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है । हमें चाहिए कि नशे के खिलाफ उठ खड़े होंयें। नशा बेचने वालों की खबर पुलिस तक पहुँचाये। आज वक्त की जरूरत है कि हम आने वाली पीढ़ी को अच्छी तालीम दें।
शहर काज़ी ने कहा कि हमारा शहर अमन पसंद है। इसे बरकरार रखने की पूरजोर कोशिश होना चाहिए। आने वाले समय में इलेक्शन होना है। आपके सामने बहुत सारे मसले पेश होंगे | आप कोई भी ऐसा कदम ना उठाना कि शहर की फिज़ा खराब करने की तोहमत आपके माथे माढ़ दी जाये। हमे बहुत सोच-समझकर हर मसले पर फैसला करना है। सियासी हालत कैसे भी हो एहसासे कमतरी में ना जियें।
हज कमेटी की मजम्मत (निंदा) करते हुए शहर काज़ी ने कहा कि हाजियों के साथ धोखा किया है। हज कमेटी अपना भरोसा खोती जा रही है। सरकार अगले साल हाजियों को परेशानी ना हो इसके लिए सख्त कदम उठाये।
इसके बाद शहर काज़ी ने ईद की नमाज़ अदा कराई। समाजजन ने एक दूसरे को गले लगकर ईद की मुबारक बाद दी। फिर शुरू हुआ अल्लाह की राह में कुर्बानी देने का सिलसिला।