पशुचिकित्सा विभाग में मचा बवाल
रतलाम। शुक्रवार को कलेक्ट्रेड के गेट पर पशुचिकित्सा विभाग के उपसंचालक डी.के. जैन और कर्मचारी के अलावा बीजेपी जिला अध्यक्ष आपस मे भीड़ गए। काफी देर तक तीनो के बीच के कहासुनी होती रही।
दरअसल कर्मचारियों की शिकायत थी को पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारि उपसंचालक डॉ डीके जैन कर्मचारियों की तनख्वा निकालने को लेकर पेसो की मांग करते है। इस मामले में पीड़ित लोग आज सांसद गुमान सिंह डामोर से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।
वही डॉ डीके जैन का कहना है कि ये मेरे खिलाफ षड्यंत्र है।
इधर कर्मचारी अधिकारी और भाजपा जिला अध्यक्ष आपस में चर्चा कर ही रहे थे। तभी उपसंचालक डी.के. जैन अपना आपा खो बैठे और अपने आपको मोदी भक्त कहते हुए जोर जोर से चिल्लाने लगे। तभी बीजेपी के जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा भड़क गए और उन्होंने अधिकारी को जमकर लताड़ लगाई और अधिकारी को हद में रहने की हिदायत दी।
उपसंचालक डी.के. जैन ने मीडिया में एक विवादास्पद बयान और भी दे दिया। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी का कहना है कि उनके विभाग में स्वैच्छिक हो या प्रशासनिक कोई भी स्थानांतरण ₹ दो लाख रुपय दिए बिना नहीं होते। उन्होंने साफ तौर पर मंत्री जी की ओर ईशारा करते हुए कहा कि रुपए तो देने पड़ते हैं। जिसके बाद इस अधिकारी के बयान ने कई सवालों को खड़े कर दिया है।इधर हंगामे की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर इकट्ठा हो गए जिसके बाद उपसंचालक ने मौके से रवानगी लेने में ही अपनी भलाई समझी । गौरतलब है की पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक के कई वीडियो और ऑडियो कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया में वायरल हो रहे थे। जिसमें ये अधिकारी रुपए गिनते हुए नजर आ रहे हैं तो कई लोगों से रुपयों की मांग कर रहे हैं। कलेक्टर ने मामले में जांच बैठाई है जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है।
मीडिया ने जब बीजेपी जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा से चर्चा की तो उनका कहा कि यह अधिकारी बीजेपी को बदनाम कर रहा है यह खुद भृष्ट है।
इधर कर्मचारियों का कहना है कि तनख्वा को लेकर 2 हजार लेते थे। अब 10 हजार मांग रहे है। शिकायत लोकायुक्त को की थी जब लोकायुक्त आयी तो ट्रेप से पहले डॉक्टर ने मेरा मोबाइल तोड़ दिया व बाद मे खुद ने नया मोबाइल दिलवाया।