इंदौर में घोटालेबाज मिलाप से मिले हुए थे 29 के बाद और 21 आरोपी
कलेक्टोरेट में हुए 8.5 करोड़ के गबन में 21 आरोपी और मिले, जांच में हो रहे नए खुलासे
इंदौर। कलेक्टोरेट के भ्रष्ट बाबू मिलाप चौहान द्वारा किए गए 8.5 करोड़ रुपए के गबन की जांच में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। मामले में 21 नए आरोपी बनाए गए हैं। इस मामले में पहले ही 29 आरोपी हैं, जिनके खिलाफ एफआईआर हो चुकी है। जांचकर्ता अपर कलेक्टर राजेश राठौड़ ने अब नई सूची और पड़ताल पुलिस को सौंपी है। इसमें इन लोगों के नाम के साथ यह खुलासा भी हुआ है कि जो नए आरोपी बने हैं, उनके खातों में 1.21 करोड़ के ट्रांजेक्शन हुए हैं। वहीं, पुराने 29 आरोपियों के खातों में भी 1.08 करोड़ के नए ट्रांजेक्शन की जानकारी सामने आई है।
राठौड़ के मुताबिक अब तक 1.18 करोड़ की रिकवरी भी हो चुकी है। वहीं, 7.5 लाख रुपए थाने में जमा हुए हैं। एडीएम के साथ 20 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी पिछले एक पखवाड़े से इस मामले की जांच कर रहे थे। जांच में खुलासा भी हुआ कि आरोपियों ने ट्रांसपोर्ट, स्टेशनरी के खातों के अलावा कीट प्रकोप से हुई फसलों के नुकसान के बाद जो राहत राशि जारी होना थी, उसे भी खुद के और अपनों के खातों में डाल दिया। गबन की राशि से किसी ने वाहन खरीदे तो किसी ने कर्ज चुकाया। कुछ ने लोन भी दे दिया।
इन लोगों के नाम भेजे
एसडीएम मुनीष सिकरवार ने रावजी बाजार पुलिस को भेजी सूची में मिलाप चौहान, रणजीत करोड और अमित निंबालकर को मुख्य आरोपी बताया है। वहीं अभिषेक सोलंकी, धापू राठौर, जगदीश गड़वाल, खुशबू दलवी, तेजसिंह शेखावत, पूजा परिहार, राहुल चौहान, राजेश मौर्य, संजय पाठक, सोनू परेता, विवेक जागीरदार, योगेश जाधव, विनेश संपत, दीपक राठौर, दिवेश संपत मिश्रा, दिव्यांशी चौहान, काजल, सचिन श्रीवंश, लक्ष्मी प्रजापत, विशाल प्रेमकुमार कोटिया, चांदनी गड़वाल, नीतेश संपत, नीतू श्रीवास्तव, निरंजन पाटील, प्रदीप श्रीवास्तव, रेखा प्रजापति, सांई रक्षिता ट्रेवल्स, संतोषी, दुर्गाप्रसाद, वैशाली कदम, श्याम ई-ऑटो मोबाइल, रेशमा खान, राजेंद्र, रामकृष्णन पी. तथा आसिफनुर मो. शेख के नाम भी पुलिस को सौंपे हैं।