निगम कर रहा वर्क ऑर्डर, ठेकेदार सुन नहीं रहे, मरम्मत के 500 काम अटके
इंदौर में 325 से ज्यादा ठेकेदारों को नोटिस दिए तो 100 ने काम शुरू किया,10 की जमानत राशि जब्त
इंदौर। शहर में बगीचों, सड़कों, पेवर, मरम्मत और पाइप लाइनों से जुड़े 500 से ज्यादा काम अटक गए हैं। ठेकेदारों ने टेंडर तो डाल दिए, लेकिन वर्क ऑर्डर लेने को तैयार नहीं हैं। इधर, बारिश शुरू हो चुकी है, ऐसे में आधे-अधूरे कामों से होने वाली परेशानी रहवासी भुगतेंगे। नई परिषद में चुनकर आए पार्षदों ने हंगामा किया तब काम नहीं करने वाले ठेकेदारों की सूची बनाई गई। तीन कंपनियों की जमानत राशि भी जब्त कर ली गई।
नोटिस मिलने के बाद करीब 100 ठेकेदारों ने काम शुरू कर दिया, अब भी 300 से ज्यादा ने वर्क ऑर्डर नहीं लिए हैं। लेटर ऑफ एग्रीमेंट (एलओए) जारी करने के 15 दिन बाद काम शुरू कर देना चाहिए, लेकिन कुछ काम 4 महीने से नहीं हुए। कुछ एक साल से आगे नहीं बढ़े हैं। एमआईसी की बैठक में अधिकारी यह कह चुके हैं कि भुगतान संबंधी दिक्कतें हैं। निर्माण कार्यों में शेड्यूल ऑफ रिक्वायरमेंट (एसओआर) रेट कम थे। नए एसओआर रेट में सरिया, सीमेंट, लोहा, रेत सहित अन्य निर्माण सामग्री के रेट बढ़ाए गए हैं। इससे 25 प्रतिशत तक दर बढ़ा दी गई है।
पार्षद भी मजबूर, वार्डों में काम ही नहीं हो रहे
वार्ड 36 के पार्षद सुरेश कुरवाड़े कहते हैं ठेकेदार काम करने को तैयार नहीं हैं। वे पहले पेमेंट मांग रहे हैं। सुख-संपदा कॉलोनी में एक किमी सीमेंट कांक्रीट रोड बनना है। अमृत पैलेस की रोड भी नहीं है। वहां भी टेंडर हो चुका है लेकिन वर्कऑर्डर नहीं लिया है। बारिश में कीचड़ हो जाता है। हमारे वार्ड में 22 फीसदी कम दर पर टेंडर लिया है।
वार्ड 35 के पार्षद राकेश सोलंकी कहते हैं हमारे यहां ड्रेनेज, पानी, सड़क से जुड़े सारे काम पेंडिंग हैं। कुछ काम ऐसे हैं, जिनके टेंडर 2020-21 में हो चुके हैं। ठेकेदार ने काम ले लिया, लेकिन करने को तैयार नहीं है। एक-एक ठेकेदार ने एक साथ तीन-तीन काम ले लिए हैं। काम शुरू करने के लिए कहते हैं तो सुनते ही नहीं। निगम अधिकारियों तक यह बात पहुंचा चुके हैं।