वर्षा शुरू होते ही सड़क पर घूम रहे मवेशी

सारंगपुर। पहले बिपरजॉय तूफान और अब मानसून के चलते पिछले कुछ दिन से नगर सहित आसपास के इलाकों में लगातार वर्षा हो रही है, जिसके चलते खेतों में पानी भर गया। ऐसे में खेतों स्वछंद विचरण करने वाले आवारा मवेशी खेत छोड़कर अब नगर की सड़कों पर निकल आए हैं। इस कारण जहां एक ओर दुर्घटनाएं घटित होने की आशंका लोगों को सता रही है। वहीं दूसरी ओर लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इन मवेशियों को पकडकर नगर के बाहर भेजने की अभी तक नगर पालिका अधिकारियों ने कोई ठोस योजना नहीं बनाई है और न ही एसडीएम या अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने इस दौरान ध्यान देना उचित समझा है।
वर्षा के चलते खेत और कच्चे मैदानों की मिट्टी गीली होने के कारण अब मवेशियों ने सूखी जगह के लिए नगर से निकलने शहर के बीच से निकले पुराने हाईवे के अलावा आगरा-मुंबई फोरलेन हाईवे और बाजार की सडकों को अपना घर बना लिया है। दिन के समय भोजन की तलाश में इधर-उधर भटकने के बाद शाम होते ही हाईवे सहित भेरुदरवाजा बाजार, बस स्टैंड, इंदौर नाका, आकोदिया नाका, एसडीएम चौराहा, पुराने हाईवे, पाडल्यामाता चौराहा, राजीव गांधी चौराहा पर डेरा जमा लेते हैं। बीती रात सैकड़ाखेड़ी रोड़ पर जाते समय एक बाइक सवार सड़क पर बैठे मवेशियों से टकरा गया था, इसकी वजह से वह चोटिल गया था साथ ही उसकी गाड़ी में भी टूटफूट हो गई थी।
रखरखाव के लिए नहीं है व्यवस्था
सरकार द्वारा आवारा मवेशियों को रखने के लिए गोशालाएं बनवाई गई हैं। अगर नगर पालिका या स्थानीय प्रशासन इन आवारा पशुओं को पकडकर गोशाला पहुंचा देती है, तो इससे शहर में होने वाले हादसे कम हो जाएंगे। लेकिन अभी तक प्रशासन ने शहर में घूमने वाले मवेशियों को पकड़ने की मुहिम तक शुरू नहीं की है। ऐसे में मवेशी अभी भी सड़कों पर ही घूम रहे हैं।
सड़क पर हो चुके हादसे
रात के समय सड़कों पर बैठे मवेशी अचानक से दिखाई नहीं देते हैं, जिसके कारण कई बार हादसे हो चुके हैं। लोगों का कहना है कि पुराने हाईवे और बाजार के मुख्य मार्गों पर रात में सबसे अधिक दुर्घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी तरह ग्रामीण अंचल की सड़को पर भी लोगों की हादसों के कारण मौते हो चुकी है। दरअसल रात के समय वाहनों की लाइटों में आवारा मवेशी नहीं दिखते हैं, वहीं वाहनों की तेज गति के चलते चालक इन मवेशियों से टकरा जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो रही है। ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन या तो मवेशियों के सींगों पर रेडियम लगवाए या फिर उनको पकड़कर नगर से बाहर करें।